धर्मशाला: जिला कांगड़ा के धर्मशाला में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने रजिस्ट्रार के आवास के बाहर धरना प्रदर्शन किया. मूलभूत सुविधाओं की मांगों और केंद्रीय विवि को दो मार्च तक बंद किए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है. रजिस्ट्रार के इस्तीफे की मांग भी विद्यार्थी कर रहे हैं.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष वैभव खरवाल, अभिषेक राणा व अन्य विद्यार्थियों का कहना है कि परीक्षाएं नजदीक हैं. ऐसे में रातों रात ऐसी क्या जरूरत पड़ गई कि अधिसूचना ही जारी कर दो मार्च तक विवि बंद कर दिया गया.
2 मार्च तक बंद
केंद्रीय विश्वविद्यालय के देहरा स्थित कैंपस में गत दिन विद्यार्थियों द्वारा गेट पर ताला लगाकर रोष प्रदर्शन कर प्राध्यापकों का घेराव किया था. सीयू प्रशासन ने छात्र अशांति का हवाला देकर विश्वविद्यालय के धर्मशाला, शाहपुर व देहरा स्थित समस्त परिसरों/कार्यालयों में सभी प्रकार की ऑफलाइन शैक्षणिक एवं शिक्षकेतर गतिविधियों को 2 मार्च तक बंद कर दिया.
इस आदेशों का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध किया. कार्यकर्ताओं का कहना है कि रातों-रात इस तरह के आदेश निकालना तानाशाही का प्रतीक है जिसका विद्यार्थी परिषद कड़ा विरोध करती है.
कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास
इसी विरोध के चलते कार्यकर्ताओं ने पहले धर्मशाला कैंपस और उसके बाद कुल सचिव (अतिरिक्त प्रभार) के आवास पर धरना दिया. इस दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंची और कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया. कार्यकर्ताओं का कहना था कि लगभग 11 महीने के बाद अब सीयू में कुछ विभागों में ऑफलाइन कक्षाएं शुरु हुई थी और बुधवार से मिड टर्म इग्जाम भी शुरु हो रहे थे.
ऐसे में छात्र अशांति का हवाला देकर परिसरों को बंद करना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसे में विद्यार्थियों का काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. कुलसचिव अतिरिक्त प्रभार के आवास में धरने के दौरान सीयू के अन्य अधिकारी व प्रोफेसर भी मौके पर पहुंच गए जिनमें से कुछ ने कार्यकर्ताओं का समझाने का प्रयास किया लेकिन कार्यकर्ताओं के गुस्से को देखकर पुलिसकर्मियों ने उन अधिकारियों को वहां से जाने के लिए कहा.
कुलसचिव व अन्य अधिकारियों के जबाव से संतुष्ट नहीं थे
उसके बाद कुलसचिव अतिरिक्त प्रभार ने पुलिस की मौजूदगी में कार्यकत्र्ताओं से बात की लेकिन दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रहा. एबीवीपी कार्यकर्ताओं कुलसचिव व अन्य अधिकारियों के जबाव से संतुष्ट नहीं थे.
कार्यकर्ताओं का कहना है कि वह धर्मशाला कैंप ऑफिस में ही धरने के लिए जुटे रहेंगे और उन्होंने चेतावनी दी है कि जब 2 मार्च को सीयू के परिसर खुलेंगे तो कुलसचिव अतिरिक्त प्रभार को घुसने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने कुलसचिव के इस्तीफे की मांग की.
यह हैं कार्यालय आदेश
सीयू के धर्मशाला, शाहपुर व देहरा स्थित समस्त परिसरों/कार्यालयों में सभी प्रकार की शैक्षणिक एवं शिक्षकेतर गतिविधियों को छात्र अशांति के कारण 2 मार्च तक बंद किया जाता है. उक्त अवधि के दौरान समस्तर परिसरों में सभी प्रकार की शैक्षणिक एवं अकादमिक गतिविधियां केवल ऑनलाइन माध्यम से संचालित रहेंगी.
विश्वविद्यालय के धर्मशाला, शाहपुर, देहरा स्थित परिसरों/कार्यालयों स्थित समस्त शैक्षणिक एवं शिक्षकेतर कर्मीगण अपने कत्तव्यों को निर्वाह 2 मार्च तक ऑनलाइन माध्यम से अपने-अपने मुख्यालय स्थित निवास स्थान से करेंगे और कोई भी कर्मी बिना पूर्व अनुमति के अपने मुख्यालय को नहीं छोड़ेंगे. यह कुलपति के अनुमोदन से जारी किया गया है.
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