धर्मशाला: जिला कांगड़ा में स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों सहित 966 कर्मचारी कोरोना से जंग जीत चुके हैं. कोरोना मुक्त होने के बाद अब ये कर्मचारी दिन रात तत्परता के साथ लोगों की सेवा में जुटे हुए हैं.
आपको बता दें कि कांगड़ा में 483 के करीब हेल्थ केयर वर्कर, 351 चिकित्सक, 132 पैरामेडिकल स्टाफ सदस्य अब तक कोविड की चपेट में आ चुके हैं. यह सभी कोरोना से जंग जीतने के बाद फिर से अपनी अपनी ड्यूटी पर तैनात होकर कोविड संक्रमितों की सेवा में जुट गए हैं. सीएमओ डॉ. गुरदर्शन ने बताया कि कोविड वार्ड में डयूटी से लेकर टीकाकरण तक के कार्यक्रम में ये कर्मी अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं. इस दौरान कई बार कोरोना संक्रमण का खतरा भी बना रहता है, बाद भी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी दिन रात अपनी ड्यूटी कर रहे हैं.
कोविड संक्रमितों को पहुंचाई जा रही दवाइयां
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा गुरदर्शन ने कहा कि कांगड़ा जिला में होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड संक्रमितों तक आशा वर्कर के माध्यम से दवाइयां और आवश्यक उपकरण पहुंचाने की व्यवस्था की गई है, ताकि कोरोना संक्रमितों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमितों के हेल्थ पैरामीटर पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
कांगड़ा केयर पोर्टल पर टेली काउंसलिंग की व्यवस्था
कांगड़ा जिला प्रशासन ने कांगड़ा केयर पोर्टल भी आरंभ किया है, जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों के माध्यम से कोरोना संक्रमितों की टेली काउंसलिंग की व्यवस्था भी की गई है. इसके साथ ही जुकाम, खांसी इत्यादि लक्षणों वाले नागरिकों को कोविड टेस्ट करवाने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है, ताकि कोविड संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
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