कांगड़ा: प्रसिद्ध पैराग्लाइडिंग स्थलों में शुमार बीड़ बिलिंग घाटी में पैराग्लाइडर पायलट के लाइसेंस और उनके उपकरणों की जांच की गई. इस दौरान पर्यटन विभाग ने पांच पायलटों के ग्लाइडरों को रद्द करने के निर्देश दिए.
जिला पर्यटन उपनिदेशक सुनयना शर्मा ने बताया कि दो दिन तक आयोजित इस कार्यक्रम में पैराग्लाइडर पायलटों के दस्तावेजों, लाइसेंस व उपकरणों की गहनता से जांच की गई. उन्होंने बताया कि आगामी समय में बीड़-बिलिंग में लाइसेंस धारक पायलट ही उड़ान भर सकेंगे.
सुनयना शर्मा ने बताया कि नए पायलटों का उड़ान टेस्ट 16 अक्तूबर को बिलिंग में लिया जाएगा. इस टेस्ट में दक्ष रहने वालों को ही उड़ान संबंधी मान्यता दी जाएगी. इसके अलावा मंगलवार को बिलिंग एडवेंचर पैराग्लाइडिंग को पर्यटन विभाग की ओर से एसोसिएशन को मान्यता दी गई.
एसोसिएशन अध्यक्ष राज अबरोल ने बताया कि मान्यता सर्टिफिकेट मिलने के बाद अब प्रदेश सरकार व पर्यटन निदेशक के माध्यम से नबंवर में पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि आगामी दो दिन में एसोसिएशन के सदस्य सीएम से मिलकर इस साल बिलिंग में होने वाले प्रतियोगिता के लिए समय की मांग करेंगे.
जिला पर्यटन उपनिदेशक सुनयना शर्मा ने बताया कि दो दिनों तक आयोजित मनाली स्थित माउंटनेरिंग संस्थान के निदेशक कर्नल नीरज राणा व टेक्रीकल कमेटी ने पायलटों को पैराग्लाइडर पायलटों को महत्वपूर्ण टिप्स दिए. उन्होंने बताया कि इस साल एसोसिएशन की ओर से एक्यूरेसी कप के आयोजन के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, जबकि प्री वल्रड के लिए प्रदेश सरकार आगामी मार्च या अप्रैल में करवा सकती है.