भोरंज/हमीरपुर: उपमंडल भोरंज में शहीद अंकुश की याद दिलों से मिट नहीं रही है. एक 21 वर्षीय सैनिक ने देश के लिए कुर्बानी दे दी, लेकिन गांव के दोस्तों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, जब उन्होंने अपने दोस्त की शहादत की खबर सुनी. युवक मंडल यंग इंडिया कठियांवी (कडोहता) के युवाओं ने अपने दोस्त की शहादत में स्वयंसेवक की तरह अपनी जिम्मेदारी खूब निभाई है. युवक मंडल के स्वयंसेवकों ने जरूरत की जगहों पर लोगों व देश की छोटी-छोटी चीजें सड़क की सफाई, श्मशानघाट की सफाई, श्मशान घाट में चूना डालकर, पानी पिलाकर और शामियाना लगाकर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे है.
युवक मंडल के प्रधान जीवन कुमार ने बताया कि उनके युवक मंडल के साथियों को अपने भाई व दोस्त शहीद अंकुश ठाकुर की शहादत पर दुख के साथ फक्र भी है. वह देश पर क़ुर्बान हुआ है, लेकिन इस बात का दुख भी है कि अंकुश अब उनके बीच नहीं रहे. उन्होंने बताया कि युवक मंडल का निर्माण इसी लिए किया गया था कि सभी युवा इकट्ठा होकर अवश्यकता पड़ने पर समाज सेवा के काम कर सकें. उन्होंने कहा कि समाज सेवा के काम वह हमेशा किया करते था, लेकिन अपने साथी शहीद अंकुश ठाकुर की शहादत पर उन्हें युवक मंडल की सार्थकता को और अधिक सिद्ध करने में सफलता मिली है.
जीवन ने बताया कि उन्होंने अंकुश की शहादत पर कडोहता संपर्क मार्ग की साफ-सफाई की व गधों को मिट्टी से भरा, श्मशान घाट की साफ-सफाई की व पूरे रास्ते मे वैनर, समाजिक दूरी सूचित प्रेरणा के पोस्टर, बाबड़ी व रास्ते की सफाई की, जाड़ श्मशान घाट से कडोहता सड़क निर्माण में सहयोग व श्रमदान, कठियांवी गांव में लगे जल शक्ति विभाग की ओर से लगे नलों में सहयोग, जेसीवी मशीन से श्मशान घाट सड़क मार्ग की ट्रेस करने में अहम योगदान दिया है.
इस मौके पर प्रधान जीवन सिंह, उपप्रधान विनोद कुमार, सचिव अरुण कुमार, सहसचिव शशि कांत, कोषाध्यक्ष विशाल, सहकोषाध्यक्ष सुनील कुमार, कानूनी सलाहकार संदीप कुमार व अन्य युवाओं ने शहीद अंकुश ठाकुर के शहादत की खबर से लेकर पंचतत्व में विलीन होने तक विशेष भूमिका निभाई. अंकुश के पार्थिव शरीर को श्मशान घाट ले जाया जा रहा था तो वहीं युवा शहीद अंकुश अमर रहे के नारे लगा कर सब मे जोश भर रहे थे और चीन मुर्दाबाद के नारे लगा कर कोस रहे थे.