सुजानपुर/हमीरपुर: नादौन तहसील के अप्पर बेहा के लोग पिछले 25 वर्षों से पक्की सड़क का इंतजार कर रहे हैं. वहीं अगर कोई बीमार हो जाए तो उन्हें कंधे पर उठाकर ले जाना उनकी मजबूरी बन गई है.
ग्रामीणों का कहना है कि कई बार जनप्रतिनिधियों से सड़क को पक्का करने की गुहार लगाई, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नही मिला. ग्रामीणों ने कहा कि जनप्रतिनिधी केवल गांव में वोट लेने के लिए आते हैं. इसके बाद सब वायदे भूला दिए जाते हैं.
लोक निर्माण लिभाग के अधीक्षण अभियंता एनपी चौहान ने कहा कि सड़क वन विभाग की जमीन से जाती है. एनओसी मिलते ही सड़क को पक्का किया जाएगा.
पैदल चलना मुश्किल
बता दें कि सरकार ने 1995-96 में बदेहड़ा से अप्पर बेहा के लिए तीन किलोमीटर कच्ची सड़क का निर्माण करवाया था, हालांकि कुछ समय पहले सरकार ने करीब 1 किलोमीटर सड़क को पक्का किया. इसके सड़क को पक्का नही किया गया. आज हालात यह हो गए कि कि कच्ची सड़क पर वाहन चलाना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है.
सबसे बड़ी दिक्कत बरसात के समय में आती है, जब कच्ची सड़क पानी से भर जाती है. ऐसे समय में अगर कोई ग्रामीण बीमार पड़ जाए तो उसे पालकी या कंधे पर उठाकर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों को समस्या बताई, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. ग्रामीणों ने बताया कि वोट मांगने के बाद कोई उनकी सुध नहीं लेता. वहीं, अब अप्पर बेहा के बाशिंदों ने जयराम सरकार से सड़क को पक्का करने की गुहार लगाई है.
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