हमीरपुर: जिला मुख्यालय में एक निजी अस्पताल में कथित तौर पर ऑपरेशन के दौरान हुई एक अध्यापिका की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने अपनी जांच रिपोर्ट उपायुक्त हमीरपुर को सौंप दी है. 2 सप्ताह में जांच का दावा करने वाले जिला प्रशासन और विभाग कि जांच रिपोर्ट सवा महीने के बाद भी अधूरी ही है .
जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने 6-7 केंद्र बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए रिपोर्ट बनाईहै, लेकिन विभाग ने अपनी जांच में पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं जोड़ी है. सूत्रों के अनुसार मृतका के परिजनों के बयान, सीसीटीवी फुटेज, ऑपरेशन के दौरान मौजूद डॉक्टर व टीम के बयान, उपचार की प्रक्रिया व अन्य मेडिकल प्रक्रिया को ध्यान में रखकर रिपोर्ट बनाई गई है.
बता दें कि ब्राहलड़ी की शिक्षिका अमिता शर्मा पत्नी अरूण शर्मा की मौत कथित तौर पर एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान हुई थी. परिजनों ने आशंका जताई कि मौत निजी अस्पताल की लापरवाही के कारण हुई है. महिला का पूरा इलाज इसी अस्पताल से चल रहा था. अस्पताल के डाक्टरों ने ही आप्रेशन की तारीख तय की थी, लेकिन बाद में अचानक महिला की मौत हो गई. इसके खिलाफ परिजनों ने काफी हंगामा किया व महिला के शव को एनएच पर रखकर चक्का जाम भी कर दिया.
मामले की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों की टीम बनाई गई थी. स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट जिलाधीश को सौंप दी हैं. बता दें कि जांच के दौरान अस्पताल का रिकॉर्ड भी खंगाला गया व इसमें यह बात भी देखी गई कि कितने मरीज इससे पहले टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर हुए. वहीं, मृतका के पति अरुण शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने अपनी रिपोर्ट उपायुक्त हमीरपुर को सौंप दी है.
डीसी हमीरपुर हरिकेश मीणा ने कहा कि सीएमओ हमीरपुर डॉ. अर्चना सोनी ने स्कूल अध्यापिका की मौत के मामले की जांच रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें करीब 6 बिंदु हैं. विभाग की ओर से सौंपी गई जांच रिपोर्ट को पढ़ा जाएगा, जिसके बाद इसे शिक्षा निदेशालय शिमला को भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि इस जांच रिपोर्ट के साथ पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं है.