हमीरपुरः टैक्सी ऑपरेटर यूनियन सरकार की अनदेखी से खासी नाराज हैं. हमीरपुर टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के टैक्सी ऑपरेटरों का कहना है कि उन्होंने कर्ज लेकर गाड़ियां खरीदी हैं, लेकिन प्रदेश सरकार टैक्सी ऑपरेटरों की कोई सुध नहीं ले रहा है. हालात ऐसे हैं कि टैक्सियों की किश्तें और घर का खर्च चलाना भी मुश्किल हो गया है.
परिवार का पालन पोषण करना हुआ मुश्किल
टैक्सी ऑपरेटरों ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हमारी सुध-बुध लेना ही छोड़ दिया है. उन्हें बैंक की किश्तें भरना भी मुश्किल हो गया है. कर्फ्यू के बीच टैक्सी सर्विस को बंद रखा गया था, जिस कारण अब परिवार का पालन पोषण करना भी मुश्किल हो गया है. उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ वर्ष से टैक्सी ऑपरेटर बिना रोजगार के हैं, सिर्फ लोकल रूटों पर ही सवारियां मिल रही थी. यही नहीं, कोरोना कर्फ्यू में प्रदेश सरकार ने बाहर प्राइवेट टैक्सियों को जरूर आने-जाने की छूट दे रखी थी, लेकिन लोकल टैक्सियों पर पूर्णतय: प्रतिबंध लगा दिया था.
मांगें पूरी न होने पर करेंगे हड़ताल
टैक्सी ऑपरेटरों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि आगामी कैबिनेट की बैठक में उनके लिए पैकेज की घोषणा की जाए, ताकि बेरोजगार हो चुके टैक्सी ऑपरेटरों को कुछ राहत मिल सके. टैक्सी ऑपरेटरों ने सरकार से टैक्सियों का टैक्स माफ करने, इंश्योरेंस का टाइम 2 वर्ष आगे बढ़ाया जाए. टैक्सी ऑपरेटरों का कहना है कि अगर जल्द उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो टैक्सी ऑपरेटर मजबूरन हड़ताल करने या फिर चक्का जाम करने को विवश होंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी.
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