सुजानपुर: कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. राजेंद्र राणा ने कहा कि लॉकडाउन के बीच लगातार बढ़ रहे सीमेंट के दामों ने लोगों की कमर तोड़कर रख दी है. प्रदेश में सड़कों की स्थिति ठीक नहीं है. हिमाचल में पैदा होने वाला सीमेंट सबसे मंहगा प्रदेश की जनता को ही मिल रहा है. फैक्ट्रियों की वजह से प्रदेश में पर्यावरण भी खराब हो रहा है.
कांग्रेस विधाक ने कहा कि आम आदमी के साथ-साथ टैक्स पेयर के धन पर भी सीमेंट के दाम बढ़ने से डाका डल रहा है, लेकिन सरकार इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है.ये प्रदेश की जनता के साथ सरासर अन्याय है. सीमेंट बनाने का रॉ मटेरियल भी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंहगा नहीं हुआ है. इसके बावजूद भी सीमेंट के दाम बढ़ रहे हैं.
राजेंद्र राणा ने कहा कि सरकारी निर्माण कार्यों के लिए करोड़ों रुपये का सीमेंट सरकार के खजाने से खरीदा जाता है. इस तरह सीमेंट कंपनियों को लाभ देने के लिए सरकारी खजाने को भी योजनाबद्ध तरीके से लुटाया जा रहा है.
राजेंद्र राणा ने सरकार से सवाल करते हुए पूछा है कि इस मामले में प्राइस चेक के लिए सरकार ने क्या पैमाना रखा है. प्रदेश में सीमेंट पैदा हो रहा है. उसी प्रदेश के लोगों को सीमेंट मंहगा बेचा जा रहा है, जबकि दूसरे प्रदेशों में यही कंपनियां सीमेंट सस्ता बेच रही है.
पिछले एक साल में सीमेंट के एक बैग का रेट 70 से 80 रुपये बढ़कर 400 रुपये पर जा पहुंचा है. पिछले साल यही सीमेंट का बैग 315 से 320 रुपये तक मिलता था. सरकार का सीमेंट कंपनियों पर कोई नियंत्रण नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसे में प्रदेश की जनता की आवाज उठने से सीमेंट के इस खेल के पीछे किसी बड़ी डील की बू आ रही है.
कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने चेतावनी दी है कि सीमेंट की मंहगाई को कांग्रेस जन आंदोलन का रूप देगी.
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