हमीरपुरः जिला में आवारा कुत्तों की समस्या को लेकर नगर परिषद हमीरपुर और पशुपालन विभाग में ठन गई है. नगर परिषद और पशुपालन विभाग हमीरपुर दोनों ही अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं. दोनों ही विभागों की तरफ से बयानबाजी के अलावा समस्या को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है.
बता दें कि नगर परिषद हमीरपुर के कई वार्ड में आवारा कुत्ते लोगों को काट चुके हैं. जगह-जगह झुंड में बैठे ये आवारा कुत्ते एक साथ ही किसी के पीछे दौड़ पड़ते हैं. पिछले दिनों यहां एक कुत्तिया ने दो ही दिनों में करीब एक दर्जन लोगों को काट दिया. जिसे काफी मशक्कत के बाद पकड़ा गया. शहर के गली-चौराहों में लगभग 300 से अधिक आवारा कुत्ते हैं.
नगर परिषद हमीरपुर के अध्यक्ष सुलोचना देवी का कहना है कि यह काम पशुपालन विभाग का है उनके पास इस काम के लिए कोई एक्सपोर्ट नहीं है लगातार लोगों की शिकायतें आ रही हैं कि आवारा कुत्ते लोगों को काट रहे हैं. स्थानीय प्रबंधन की तरफ से यदि कोई व्यवस्था की जाती है, तो वह निशुल्क इस कार्य को करेंगे.
पशुपालन विभाग हमीरपुर के उप निदेशक सुशील शर्मा का कहना है कि स्थानीय नगर परिषद और पंचायत की तरफ से यदि इन कुत्तों को पकड़ने के लिए सहयोग मिलता है तो इनकी एंटी रेबीज वैक्सीनेशन भी की जाएगी लेकिन इन कुत्तों को पकड़ने के दौरान ऑपरेशन के वक्त तीन दिन तक रखना पड़ता है इसकी व्यवस्था स्थानीय नगर पंचायत अथवा नगर परिषद को ही करनी होती है.