हमीरपुर: वैश्विक महामारी के दौर में खुद को सेहतमंद रखना किसी चुनौती से कम नहीं है. ऐसे में जब निजी अस्पताल क्लीनिक या सरकारी अस्पतालों में छोटी-मोटी बीमारियों के इलाज के लिए जाना संभव नहीं है तो खुद को ही घर पर स्वस्थ रखने के लिए दिनचर्या में सुधार करने की जरूरत है.
लॉकडाउन के दौरान घर में बैठकर अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए कार्य किया जा सकता है. रोग प्रतिरोधक क्षमता और ओरल हेल्थ एक दूसरे से जुड़े हैं. मुंह को शरीर का द्वार माना जाता है जिसके माध्यम से हर चीज हम खाते या पीते हैं. यदि हमारी ओरल हेल्थ सही होगी तो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी सही होगी.
डेंटल विशेषज्ञ भी इन दिनों हमीरपुर जिला में निजी अस्पतालों अथवा क्लीनिक में पीपीई किट पहनकर इलाज कर रहे हैं. हालांकि निजी अस्पतालों और क्लीनिक में कम ही मरीज आ रहे हैं, लेकिन जो मरीज ज्यादा परेशानी में हैं उनका इलाज करने के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है.
ऐसे ही एक क्लीनिक के संचालक से ईटीवी भारत के संवाददाता कमलेश भारद्वाज ने विशेष बातचीत की. निजी क्लीनिक के संचालक डेंटल विशेषज्ञ डॉक्टर हर्ष कालिया ने इस विशेष बातचीत में रोग प्रतिरोधक क्षमता और ओरल हेल्थ को लेकर कहीं अहम जानकारियां साझा की. डॉ. हर्ष कालिया ने विशेष बातचीत में कहा कि यदि हमारी ओरल हेल्थ सही है तो हमारा इम्यूनिटीसिस्टम भी मजबूत होगा.
उन्होंने बताया कि इन दिनों कम ही मरीज क्लीनिक में आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के निदेशालय के अनुसार जो गाइडलाइन जारी की गई है उसके अनुसार ही मरीजों को उपचार दिया जा रहा है. घर पर ही मरीजों को सलाह दी जा रही है कि वह व्हाट्सएप इत्यादि के माध्यम से डॉक्टरों से सलाह लें.
दांतों से जुड़ी बीमारियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमें लॉक डाउन के दौरान यह ध्यान रखने की जरूरत है कि खट्टी मीठी अथवा ठंडी चीजों का अधिक सेवन ना करें. इन वस्तुओं का परहेज करने से दांतों की सेहत से जुड़ी कोई भी समस्या पेश नहीं आएंगी.
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