शिमला: प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. प्रतिदिन 2000 से 3000 लोग संक्रमित हो रहे हैं. अधिकतर लोग घर में ही आइसोलेट हो रहे हैं जबकि कई मरीजों को इलाज के लिए कोविड सेंटर भेजना पड़ता है. कोविड सेंटर और कोविड अस्प्ताल में मरीजों की निगरानी के लिए क्या व्यवस्था है, इलाज के लिए उपकरण पूरे हैं या नहीं, यह जानने के लिए ईटीवी की टीम कोविड सेंटर और कोविड अस्प्ताल पहुंची.
मरीजों के लिए हर सुविधा
छोटा शिमला स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल को कोविड सेंटर बनाया गया है. यहां के आयुर्वेदिक अधिकारी डॉक्टर राजेश कुमार नरयाल का कहना है कि यहां पर व्यवस्था के लिए डीएसओ, नोडल अधिकारी से सीधा संपर्क रहता है. उनका कहना था कि जब भी कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित होता है तो उन्हें सूचना दी जाती कि यह मरीज आयुर्वेदिक अस्पताल भेजा जा रहा है. इसके बाद अस्पताल में बनाए गए कोविड वार्ड में मरीज को शिफ्ट किया जाता है. यहां आने वाले मरीजों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है. हालांकि डॉक्टर का कहना था कि इस अस्पताल में गंभीर मरीज नहीं आते हैं. वहीं, मरीजों के खाने और रहने की पूरी व्यवस्था है.
मेडिकल उपकरणों की पूरी व्यवस्था
डॉक्टर राजेश ने बताया कि मरीज की जांच के लिए 24 घंटे डॉक्टर तैनात रहते हैं. अगर मरीज की हालत बिगड़ती है तो उसे आईजीएमसी भेज दिया जाता है. फिलहाल अस्पताल में 8 कोरोना संक्रमित मरीज दाखिल है. वहीं, आईजीएमसी के एमएस डॉक्टर जनक राज ने बताया कि अस्प्ताल में अभी 280 मरीज दाखिल हैं. इन 280 मरीजों के इलाज के लिए पूरी व्यवस्था उपलब्ध है. उनका कहना था कि कोरोना संक्रमित मरीज की जांच के बाद ही यह तय किया जाता है कि उसके कौन से टेस्ट होने हैं. अस्प्ताल में सीटी स्कैन, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड, एक्सरे के अलावा बाकी सभी टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है.
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