भोरंज/हमीरपुर: बतौर मुख्यमंत्री रहते हुए पूरे देश में सबसे पहले हिमाचल प्रदेश में पॉलिथीन को प्रतिबंधित करने का निर्णय भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने लिया था. बुधवार को अपने स्थानीय निवास समीरपुर में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने वृक्षारोपण किया.
साथ ही उन्होंने यह संदेश भी दिया यदि हम पर्यावरण को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो हमें अपने जीवन समय में जब भी समय लगे तो पौधे जरूर लगाएं ताकि वह आने वाले समय में वृक्ष बनकर पर्यावरण को सुरक्षित और नियंत्रित रखें.
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि आजादी के बाद 1950 से वन महोत्सव मनाना देश में शुरू हुआ था. डॉ. केएल मुंशी तब कृषि मंत्री थे और वन मंत्रालय भी उनके पास था. तब से लेकर आज तक अनगिनत वन महोत्सव हुए और अनगिनत पौधे रोपे गए.
अगर आज तक लगाए हुए वह सभी पौधे बचे रहते तब देश में एक इंच भी जगह बिना पौधे से खाली नहीं रहती. चिंतन और आत्मविश्लेषण करने की जरूरत है कि हम जो पौधे लगाते हैं, वह जाते कहां हैं.
धूमल ने कहा कि कार्यक्रम आयोजित कर पौधे लगा देना फिर अगले साल वन महोत्सव का इंतजार कर फिर पौधे लगाना, इस तरह काम नहीं चलेगा.
पौधे तभी बचेंगे जब हम लगातार उनका ध्यान रखेंगे. वन महोत्सव जैसे कार्यक्रम संदेश देने के लिए हैं कि आजकल मौसम पौधे लगाने का है. हर व्यक्ति के पास जमीन है, सबको चार-पांच पौधे लगाकर देखभाल करनी चाहिए. पौधे लगाना हमारी संस्कृति थी, लेकिन पूर्व में हमारे लोगों को अंधविश्वासी और दकियानूसी बता कर परंपराओं और संस्कृति से दूर किया गया. आज वही पश्चिमी देशों के लोग हमारी संस्कृति को सर्वोत्तम बता कर धीरे-धीरे अपना रहे हैं.
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