हमीरपुर: नगर परिषद हमीरपुर के कचरा ट्रीटमेंट प्लांट दगनेड़ी में बुधवार को प्लास्टिक एंड गार्बेज वैनिश मशीन के ट्रायल के दौरान ग्रामीणों ने इसका विरोध जताया. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर ट्रीटमेंट प्लांट की वजह से पहले ही प्रदूषण से लोग परेशान हैं वहीं, इस मशीन के लगने से और प्रदूषण बढ़ेगा. इस मौके पर नगर परिषद हमीरपुर के अधिकारी पदाधिकारी और कंपनी के प्रतिनिधि मौजूद रहे. नगर परिषद हमीरपुर और कंपनी की तरफ से यह तर्क दिया जा रहा है कि यह हाईटेक मशीन कचरे का बेहतर निष्पादन करेगी, जिससे पर्यावरण प्रदूषण में भी कमी आएगी.
मशीन स्थापित करने को लेकर विवाद: इस मशीन का फिलहाल यहां पर ट्रायल किया गया है और इसके नतीजे सामने आने के बाद इस मशीन को यहां पर स्थापित करने का निर्णय लिया जाएगा. लेकिन स्थानीय ग्रामीणों के विरोध की वजह से यह मशीन स्थापित करने को लेकर विवाद शुरू हो गया है. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर कचरा ट्रीटमेंट प्लांट की वजह से प्रदूषण हो रहा है यहां तक कि डायरिया फैलने का भी यहां पर खतरा बना हुआ है. ग्रामीणों का दावा है कि इस कचरा ट्रीटमेंट प्लांट से गंदगी सीधे तौर पर कुनाह खड्ड में मिल रही है, ऐसे में जल जनित रोग फैलने का भी खतरा बना हुआ है.
कचरा ट्रीटमेंट प्लांट की वजह से बढ़ रहा प्रदूषण: स्थानीय निवासी रीता शास्त्री का कहना है कि कचरा ट्रीटमेंट प्लांट की वजह से लगातार यहां पर साथ लगते गांव में प्रदूषण हो रहा है. मशीन के ट्रायल के लिए तो सभी अधिकारी यहां पर पहुंच गए हैं लेकिन ग्रामीणों की कभी किसी ने सुध नहीं ली है. उन्होंने कहा कि इस मशीन को लगाने की कोई जरूरत नहीं है. यदि इस मशीन से कोई प्रॉब्लम नहीं है तो शहर में इसका ट्रायल क्यों नहीं किया जा सकता. कुनाह खड्ड में कचरा ट्रीटमेंट प्लांट की गंदगी मिलती जा रही है. वहीं, उन्होंने कहा कि वॉटर सप्लाई जो विभाग की तरफ से दी जा रही है वह पानी दूषित होने के डर से वह नहीं पी रहे हैं.
क्या बोले नगर परिषद हमीरपुर के अध्यक्ष: वहीं, नगर परिषद हमीरपुर के अध्यक्ष मनोज कुमार मिन्हास ने बताया कि कंपनी प्रतिनिधियों की मौजूदगी में इस मशीन ट्रायल किया गया है. उन्होंने कहा कि यह अत्याधुनिक मशीन है जिसके जरिए कचरे का निष्पादन किया जा सकता है. इस मशीन के जरिए प्लास्टिक और अन्य रिसाइकिल होने वाले कचरे का निष्पादन किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि यह मशीन सुखे और गीले कचरे निष्पादन में मददगार साबित होगी.
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