भोरंज/हमीरपुर: उपमंडल भोरंज की ग्राम पंचायत के ग्राम भोरंज में ग्रामीणों ने पंचायत चुनावों के बहिष्कार का निर्णय किया है. ग्रामीणों ने एसडीएम भोरंज राकेश शर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री और चुनाव विभाग को शिकायत पत्र सौंपा है.
ग्रामीणों का चुनाव बहिष्कार
ग्रामीणों का कहना है कि लगभग 15-20 वर्षों में सरकारी सुविधाएं और वित्तिय सहायता से वंचित किया गया है. इसलिये हम पंचायत चुनावों का निम्न कारणों से बहिष्कार करते हैं. हमारा कोई भी महिला मंडल और भवन बनने नहीं दिया गया. कोई भी वाटर स्टोरेज टैंक की सहायता नहीं मिली. कई वर्षों से अलग राशन डिपो की मांग को पूरा नहीं होने दिया, जिन्हें जमीन अलॉट हुई है उस जमीन को सरकार ने हड़प लिया. आज तक कब्जा नहीं होने दिया गया, जो परिवार कई वर्षों से कच्चे और पुराने मकानों में रह रहे हैं, न उन्हें मकान के लिये ऋण और न ही सबसीडी की सहायता दी गई.
ग्रामीणों को नहीं मिली कोई सुविधा
कई वर्षों से किसी को भी सरकारी नौकरी नहीं मिली और न ठेकेदारी, न कोई वाहन के लिये सब्सिडी सहायता मिली. मनरेगा कार्य की हमारे किसी भी विकास में सहायता नहीं हुई. कोई कम व्याज वाला न कर्ज मिला न कोई कर्जा माफ हुआ. कोई भी स्ट्रीट लाइट और सोलर लाइट नहीं लगाई गई. किसी भी तरफ के रास्ते पक्के तो क्या होने, कच्चे रास्तों की भी मरम्मत नहीं हुई. गांव की गंदी नालियां, रास्ता और एम्बुलेंस के लिये सड़क उच्च अधिकारियों के मौके पर ऑर्डर बार-बार लिखित ऑर्डर पर भी पंचायत ने नहीं बनाने दी.
मुख्यमंत्री को भेजा शिकायत पत्र
अधिकारीयों को बार-बार निवेदन पर भी अधिकारियों ने हमारे ऐसे केसों को अन्य पंचायत में तब्दील नहीं होने दिया. ग्रामीणों ने शिकायत पत्र मुख्यमंत्री और चुनाव विभाग को एसडीएम भोरंज राकेश शर्मा के माध्यम से भेजा है. उधर, इस बारे में एसडीएम राकेश शर्मा का कहना है ग्रामीणों की शिकायत आई है. नायब तहसीलदार को जांच के लिए आदेश दिए हैं और कार्रवाई की जा रही है.
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