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NIT हमीरपुर में गुपचुप दुकान तोड़ने के मामले में कार्रवाई, स्टेट ऑफिसर से जवाब तलब - एनआईटी हमीरपुर कैंपस

एनआईटी हमीरपुर कैंपस के अंदर दुकान तोड़ने के मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए स्टेट ऑफिसर से जवाब तलब किया है. वहीं, मामले में स्टेट ऑफिसर का कहना है कि उन्होंने ऐसे कोई भी अनुमति नहीं दी है. बताया जा रहा है कि मामले में एनआईटी प्रबंधन पुलिस में एफआईआर भी करवा सकता है. पढ़ें पूरी खबर.. (NIT Hamirpur Shop Case)

NIT Hamirpur Action on Breaking Campus Shop
एनआईटी हमीरपुर में गुपचुप दुकान तोड़ने के मामले में बड़ी कार्रवाई
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Oct 11, 2023, 10:33 PM IST

हमीरपुर: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) में गुपचुप तरीके से परिसर के अंदर तोड़ी गई दुकान के मामले में स्टेट ऑफिसर से जवाब तलब किया गया है. दरअसल, पिछले दिनों NIT हमीरपुर में किराए की दुकान को दुकानदार द्वारा तोड़ने का मामला सामने आया था. अब यह विवाद प्रबंधन तक पहुंच गया है. प्रबंधन की ओर से इस बारे में स्टेट ऑफिसर से एक दिन के भीतर लिखित में जवाब मांगा गया है. वहीं, स्टेट ऑफिसर से इस मामले की पूरी जानकारी तलब की गई है ताकि इसमें कानूनन कार्रवाई की जा सके.

बताया जा रहा है कि स्टेट ऑफिसर ने मामला सामने आने के बाद यह तर्क दिया था कि उन्होंने ऐसे कोई भी अनुमति नहीं दी है. संबंधित मामले में एनआईटी प्रबंधन पुलिस में एफआईआर भी करवा सकता है और उस दुकानदार की अलॉटमेंट भी कैंसिल की जा सकती है. बता दें कि एनआईटी परिसर के भीतर किसी भी तरह की अलॉटमेंट करने चाहें दुकानें हों या रेजिडेंस, उनका रखरखाव करने संबंधित तमाम शक्तियां स्टेट ऑफिसर के पास है. मौजूदा समय में स्टेट ऑफिसर के पद पर प्रो. आरएस बांश्टू विराजमान हैं, जोकि पहले एनआईटी के कार्यकारी रजिस्ट्रार भी रहे हैं. एनआईटी प्रबंधन ने स्टेट ऑफिसर से इस मामले में अब जवाब तलब किया है ,जो कि गुरुवार शाम तक उनका देना होगा.

क्या है पूरा मामला: एनआईटी हमीरपुर में बीते शुक्रवार को दो दिन (शनिवार और रविवार) अवकाश होने की आड़ में यहां संस्थान परिसर में एक सरकारी दुकान की दीवार को गुपचुप तरीके से तोड़ा दिया गया था. दरअसल एनआईटी हमीरपुर में वर्षों पहले शॉपिंग कांप्लेक्स का निर्माण हुआ है, ताकि संस्थान में बीटेक, एमटेक, एमबीए और पीएचड़ी समेत आर्किटेक्चर की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को रोजाना की जरूरत के सामान को खरीदने के लिए संस्थान परिसर से बाहर ना जाना पड़े.

बता दें कि संस्थान प्रबंधन इन दुकानों को ओपन नीलामी के माध्यम से ऊंची बोली पर कारोबारियों को आवंटित करता है. प्रत्येक दुकान का अलग-अलग मासिक किराया निर्धारित है, लेकिन यहां एसबीआई बैंक की ब्रांच के पास स्थित एक दुकान की दीवार को गिराकर एक बड़ी दुकान बनाने का प्रयास किया जा रहा था. वहीं, एनआईटी हमीरपुर की रजिस्ट्रार प्रो. अर्चना नानॉटी ने बताया कि मामले में जांच की जाएगी. फिलहाल स्टेट ऑफिसर से इस बारे में लिखित में जवाब मांगा गया है.

ये भी पढ़ें: हमीरपुर NIT में कर्मचारियों के वेतन में कटौती, विरोध में उतरे आउटसोर्स कर्मचारी

हमीरपुर: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) में गुपचुप तरीके से परिसर के अंदर तोड़ी गई दुकान के मामले में स्टेट ऑफिसर से जवाब तलब किया गया है. दरअसल, पिछले दिनों NIT हमीरपुर में किराए की दुकान को दुकानदार द्वारा तोड़ने का मामला सामने आया था. अब यह विवाद प्रबंधन तक पहुंच गया है. प्रबंधन की ओर से इस बारे में स्टेट ऑफिसर से एक दिन के भीतर लिखित में जवाब मांगा गया है. वहीं, स्टेट ऑफिसर से इस मामले की पूरी जानकारी तलब की गई है ताकि इसमें कानूनन कार्रवाई की जा सके.

बताया जा रहा है कि स्टेट ऑफिसर ने मामला सामने आने के बाद यह तर्क दिया था कि उन्होंने ऐसे कोई भी अनुमति नहीं दी है. संबंधित मामले में एनआईटी प्रबंधन पुलिस में एफआईआर भी करवा सकता है और उस दुकानदार की अलॉटमेंट भी कैंसिल की जा सकती है. बता दें कि एनआईटी परिसर के भीतर किसी भी तरह की अलॉटमेंट करने चाहें दुकानें हों या रेजिडेंस, उनका रखरखाव करने संबंधित तमाम शक्तियां स्टेट ऑफिसर के पास है. मौजूदा समय में स्टेट ऑफिसर के पद पर प्रो. आरएस बांश्टू विराजमान हैं, जोकि पहले एनआईटी के कार्यकारी रजिस्ट्रार भी रहे हैं. एनआईटी प्रबंधन ने स्टेट ऑफिसर से इस मामले में अब जवाब तलब किया है ,जो कि गुरुवार शाम तक उनका देना होगा.

क्या है पूरा मामला: एनआईटी हमीरपुर में बीते शुक्रवार को दो दिन (शनिवार और रविवार) अवकाश होने की आड़ में यहां संस्थान परिसर में एक सरकारी दुकान की दीवार को गुपचुप तरीके से तोड़ा दिया गया था. दरअसल एनआईटी हमीरपुर में वर्षों पहले शॉपिंग कांप्लेक्स का निर्माण हुआ है, ताकि संस्थान में बीटेक, एमटेक, एमबीए और पीएचड़ी समेत आर्किटेक्चर की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को रोजाना की जरूरत के सामान को खरीदने के लिए संस्थान परिसर से बाहर ना जाना पड़े.

बता दें कि संस्थान प्रबंधन इन दुकानों को ओपन नीलामी के माध्यम से ऊंची बोली पर कारोबारियों को आवंटित करता है. प्रत्येक दुकान का अलग-अलग मासिक किराया निर्धारित है, लेकिन यहां एसबीआई बैंक की ब्रांच के पास स्थित एक दुकान की दीवार को गिराकर एक बड़ी दुकान बनाने का प्रयास किया जा रहा था. वहीं, एनआईटी हमीरपुर की रजिस्ट्रार प्रो. अर्चना नानॉटी ने बताया कि मामले में जांच की जाएगी. फिलहाल स्टेट ऑफिसर से इस बारे में लिखित में जवाब मांगा गया है.

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