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रिश्वत लेने के आरोपी नीरज राणा को मिली जमानत, चिट्टा रखने और विजिलेंस टीम पर गाड़ी चढ़ाने का भी है आरोप

रिश्वत लेने के आरोपी नादौन थाना के पूर्व एसएचओ नीरज राणा को आखिरकार हाई कोर्ट से जमानत मिल (Neeraj Rana got bail) गई है. नीरज को करीब 52 दिन बाद हाकोर्ट से सशर्त जमानत मिली है. जानकारी के मुताबिक नीरज को यह जमानत एक लाख रुपये के मुचलके और एक लोकल जमानती के बाद मिली है. बता दें कि इंस्पेक्टर नीरज राणा बीते 14 मार्च से न्यायिक हिरासत में थे.

Hamirpur
हमीरपुर
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Published : May 15, 2022, 8:43 AM IST

हमीरपुर: रिश्वत लेने के आरोपी नादौन थाना के पूर्व एसएचओ नीरज राणा को आखिरकार हाई कोर्ट से जमानत मिल (Neeraj Rana got bail) गई है. नीरज को करीब 52 दिन बाद हाकोर्ट से सशर्त जमानत मिली है. जानकारी के मुताबिक नीरज को यह जमानत एक लाख रुपये के मुचलके और एक लोकल जमानती के बाद मिली है. बता दें कि इंस्पेक्टर नीरज राणा बीते 14 मार्च से न्यायिक हिरासत में थे. विजिलेंस और पुलिस में आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज है.

नीरज पर रिश्वत लेने के साथ ही चिट्टा रखने और विजिलेंस टीम पर गाड़ी चढ़ाने का भी आरोप (Neeraj Rana accused of taking bribe) है. कोर्ट की तरफ से आरोपी नीरज राणा को विजिलेंस और हमीरपुर पुलिस की जांच में सहयोग करने की हिदायत भी दी गई है. इस सशर्त जमानत आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि वह बिना अनुमति देश से बाहर नहीं जा सकेगा और गवाहों और सुबूतों के साथ छेड़छाड़ का प्रयास भी नहीं करेगा.

3 माहिने बाद भी खाली हाथ विजिलेंस टीम: बता दें कि इस मामले में लंबी छानबीन के बाद भी विजिलेंस और पुलिस की टीम खाली हाथ ही है. बताया जा रहा है कि विजिलेंस और जिला पुलिस ने आरोपी से कई बार पूछताछ की है, लेकिन न तो रिश्वत के रूप में केस प्रॉपर्टी बरामद हुई और न ही आरोपी का मोबाइल फोन मिला है. विजिलेंस के पास महज शिकायतकर्ता के बयान और वीडियो फुटेज ही उपलब्ध हैं, हालांकि इस केस के लिए विजिलेंस को केस प्रॉपर्टी बरामद करना बेहद जरूरी है. उधर पुलिस इस मामले में विभागीय जांच भी कर रही है, जिससे कुछ हद तक नीरज की नौकरी से जुड़ी दिक्कतें बढ़ सकती हैं.

मामले की छानबीन जारी: वहीं, जब इस बारे में विजिलेंस हमीरपुर थाना (Vigilance Hamirpur Police Station) के डीएसपी लालमन शर्मा से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर नीरज राणा को हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिल गई है. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच अभी जारी है. बता दें कि इंस्पेक्टर नीरज राणा पर नादौन थाना का एसएचओ नादौन के पद पर रहते हुए नीरज राणा पर दुधारू पशुओं का कारोबार करने वाले व्यक्ति से 25 हजार रुपये रिश्वत लेने चिट्टा रखने और विजिलेंस टीम पर गाड़ी चढ़ाकर हत्या के प्रयास का आरोप लगे है.

विजिलेंस ने शिकायत पर उसे रंगेहाथ पकड़ने की योजना 21 दिसंबर, 2021 को बनाई थी. नादौन शहर के लेबर चौक पर शिकायतकर्ता ने आरोपी के हाथों में रिश्वत के केमिकल लगे नोटों की गड्डी थमाई और दूसरी तरफ से विजिलेंस टीम आरोपी को दबोचने के लिए आगे बढ़ ही रही थी कि नीरज ने विजिलेंस टीम पर कार चढ़ाने का प्रयास किया. विजिलेंस की टीम को चकमा देकर वह मौके से फरार हो गया. कुछ घंटे बाद आरोपी की कार सेरी कल्चर रोड पर सड़क किनारे मिली थी.

वहीं, कार में तलाशी के दौरान पुलिस को 0.84 ग्राम चिट्टा भी बरामद हुआ (Police caught chitta in Hamirpur) था. आरोपी को पकड़ने के लिए विजिलेंस और पुलिस की एसआईटी बनाई गई थी, लेकिन दोनों जांच दल आरोपी को पकड़ नहीं गए और इस बीच 24 दिसंबर को आरोपी ने हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली थी. हाईकोर्ट से जमानत अर्जी रद्द होने के बाद 14 मार्च को आरोपी को विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया था. वहीं अब एक बार फिर आरोपी नीरज राणा को सशर्त जमानत मिल गई है.

हमीरपुर: रिश्वत लेने के आरोपी नादौन थाना के पूर्व एसएचओ नीरज राणा को आखिरकार हाई कोर्ट से जमानत मिल (Neeraj Rana got bail) गई है. नीरज को करीब 52 दिन बाद हाकोर्ट से सशर्त जमानत मिली है. जानकारी के मुताबिक नीरज को यह जमानत एक लाख रुपये के मुचलके और एक लोकल जमानती के बाद मिली है. बता दें कि इंस्पेक्टर नीरज राणा बीते 14 मार्च से न्यायिक हिरासत में थे. विजिलेंस और पुलिस में आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज है.

नीरज पर रिश्वत लेने के साथ ही चिट्टा रखने और विजिलेंस टीम पर गाड़ी चढ़ाने का भी आरोप (Neeraj Rana accused of taking bribe) है. कोर्ट की तरफ से आरोपी नीरज राणा को विजिलेंस और हमीरपुर पुलिस की जांच में सहयोग करने की हिदायत भी दी गई है. इस सशर्त जमानत आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि वह बिना अनुमति देश से बाहर नहीं जा सकेगा और गवाहों और सुबूतों के साथ छेड़छाड़ का प्रयास भी नहीं करेगा.

3 माहिने बाद भी खाली हाथ विजिलेंस टीम: बता दें कि इस मामले में लंबी छानबीन के बाद भी विजिलेंस और पुलिस की टीम खाली हाथ ही है. बताया जा रहा है कि विजिलेंस और जिला पुलिस ने आरोपी से कई बार पूछताछ की है, लेकिन न तो रिश्वत के रूप में केस प्रॉपर्टी बरामद हुई और न ही आरोपी का मोबाइल फोन मिला है. विजिलेंस के पास महज शिकायतकर्ता के बयान और वीडियो फुटेज ही उपलब्ध हैं, हालांकि इस केस के लिए विजिलेंस को केस प्रॉपर्टी बरामद करना बेहद जरूरी है. उधर पुलिस इस मामले में विभागीय जांच भी कर रही है, जिससे कुछ हद तक नीरज की नौकरी से जुड़ी दिक्कतें बढ़ सकती हैं.

मामले की छानबीन जारी: वहीं, जब इस बारे में विजिलेंस हमीरपुर थाना (Vigilance Hamirpur Police Station) के डीएसपी लालमन शर्मा से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर नीरज राणा को हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिल गई है. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच अभी जारी है. बता दें कि इंस्पेक्टर नीरज राणा पर नादौन थाना का एसएचओ नादौन के पद पर रहते हुए नीरज राणा पर दुधारू पशुओं का कारोबार करने वाले व्यक्ति से 25 हजार रुपये रिश्वत लेने चिट्टा रखने और विजिलेंस टीम पर गाड़ी चढ़ाकर हत्या के प्रयास का आरोप लगे है.

विजिलेंस ने शिकायत पर उसे रंगेहाथ पकड़ने की योजना 21 दिसंबर, 2021 को बनाई थी. नादौन शहर के लेबर चौक पर शिकायतकर्ता ने आरोपी के हाथों में रिश्वत के केमिकल लगे नोटों की गड्डी थमाई और दूसरी तरफ से विजिलेंस टीम आरोपी को दबोचने के लिए आगे बढ़ ही रही थी कि नीरज ने विजिलेंस टीम पर कार चढ़ाने का प्रयास किया. विजिलेंस की टीम को चकमा देकर वह मौके से फरार हो गया. कुछ घंटे बाद आरोपी की कार सेरी कल्चर रोड पर सड़क किनारे मिली थी.

वहीं, कार में तलाशी के दौरान पुलिस को 0.84 ग्राम चिट्टा भी बरामद हुआ (Police caught chitta in Hamirpur) था. आरोपी को पकड़ने के लिए विजिलेंस और पुलिस की एसआईटी बनाई गई थी, लेकिन दोनों जांच दल आरोपी को पकड़ नहीं गए और इस बीच 24 दिसंबर को आरोपी ने हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली थी. हाईकोर्ट से जमानत अर्जी रद्द होने के बाद 14 मार्च को आरोपी को विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया था. वहीं अब एक बार फिर आरोपी नीरज राणा को सशर्त जमानत मिल गई है.

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