नादौन/हमीरपुरः प्रदेश के निचले क्षेत्रों में पहले सूखे के कारण और अब हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण गेहूं की फसल सहित इस मौसम में तैयार होने वाली अन्य फसलों का भारी नुकसान हुआ है. फसलों के नुकसान का आकलन करके सरकार निचले क्षेत्र के किसानों को आर्थिक सहायता करने का ऐलान करे.
वर्षा व ओलावृष्टि से किसानों की फसलों का हुआ नुकसान
सुजानपुर से कांग्रेस विधायक राजेन्द्र राणा ने नादौन से सुजानपुर की ओर जाते हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में किसान पहले ही आर्थिक तंगी झेल रहे हैं और अब गत दिनों हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण गेहूं की फसल सहित अन्य फसलों का भारी नुकसान हुआ है.
राणा ने कहा कि केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के कारण हिमाचल प्रदेश के किसानों ने महंगाई की मार सहते हुए फसलों की बिजाई तो की लेकिन सूखे और बेमौसम बरसात के कारण उनकी फसलें बर्बाद हो गई. ऐसे में कोरोना काल में किसानों पर दोहरी मार पड़ी पड़ी है.
फसलों के नुकसान का आकलन कर दें आर्थिक सहायता
राजेंद्र राणा ने कहा कि ऐसे वक्त पर सीएम जयराम सरकार को निचले क्षेत्र के किसानों को इस आपदा में आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से आर्थिक सहायता देने का ऐलान करके उन्हें जल्द से जल्द राहत पहुंचानी चाहिए. कांग्रेस के विधायक राजेंद्र राणा ने प्रदेश सरकार से फसलों के नुकसान का आकलन करके निचले क्षेत्र के किसानों को शीघ्र ही आर्थिक सहायता देने की मांग की.
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