ETV Bharat / state

मरम्मत के 15 दिन बाद खराब हुई मेडिकल कॉलेज हमीरपुर की लिफ्ट, मरीज और तीमारदार परेशान - खराब हुई मेडिकल कॉलेज हमीरपुर की लिफ्ट

मरम्मत के कुछ दिनों बाद ही मेडिकल कॉलेज हमीरपुर की लिफ्ट एक बार फिर हांफ गई है. मरीजों को सीढि़यां चढ़कर अपने वार्डों तक पहुंचना पड़ रहा है.

lift breakdown after 15 days of repair in hamirpur medical college
15 दिन में खराब हुई मेडिकल कॉलेज हमीरपुर की लिफ्ट
author img

By

Published : Jan 6, 2020, 10:39 PM IST

हमीरपुरः मेडिकल कॉलेज और अस्पताल हमीरपुर की लिफ्ट एक बार फिर हांफ गई है. मरम्मत के कुछ दिनों बाद ही लिफ्ट ने काम करना बंद कर दिया है. अब आलम यह है कि मरीजों को सीढ़ियां चढ़कर अपने वार्डों तक पहुंचना पड़ रहा है.

सोमवार को लिफ्ट खराब थी. मरीज लिफ्ट के पास से आकर लौट रहे थे, क्योंकि लिफ्ट के ऊपर चल रही इलेक्ट्रॉनिक स्क्रोल में साफ दिखाया जा रहा था कि लिफ्ट आउट ऑफ सर्विस है. ऐसे में मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. सीढि़यों व रैंप के माध्यम से मरीज गुजर रहे थे.

वीडियो रिपोर्ट.
बता दें कि कुछ दिन पहले ही यह लिफ्ट खराब हुई थी. उस समय टेक्नीशियन को बुलाकर इसकी मरम्मत करवाई गई थी. अब 15 से 20 दिन का समय व्यतीत हुआ है कि अचानक लिफ्ट फिर से जवाब दे गई है. हालांकि ऐसा नहीं कि लिफ्ट को अनावश्यक ढंग से आपरेट किया जाता है. दिन के समय इसमें एक सिक्योरिटी कर्मचारी तैनात रहता है, जो मरीजों को लिफ्ट के माध्यम स ऊपर व नीचे लेकर जाता है.

ऐसे में इसके बार-बार खराब होने पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. जाहिर है कि क्षेत्रीय अस्पताल से स्तरोन्नत होकर मेडिकल कॉलेज बनने के उपरांत यहां मरीजों की तदाद भी बढ़ी है. कभी 300 मरीज की संख्या रोजाना दर्ज करने वाले अस्पताल में मेडिकल कॉलेज बनने के बाद संख्या दो से ढ़ाई हजार तक पहुंच चुकी है.

मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल प्रबंधन ने लिफ्ट का निर्माण करवाया है. इस लिफ्ट के निर्माण के लिए करीब 32 लाख रुपए संबंधित विभाग के खाते में जमा करवाए गए थे. लाखों रुपए खर्च करने के बाद मिली यह सुविधा लोगों के काम नहीं आ रही है. आए दिन लिफ्ट के खराब होने से मरीजों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं.

जब इस बारे में मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिल वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जल्द ही इस लिफ्ट को ठीक करवा दिया जाएगा ताकि मरीजों और उनके तीमारदारों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े.

हमीरपुरः मेडिकल कॉलेज और अस्पताल हमीरपुर की लिफ्ट एक बार फिर हांफ गई है. मरम्मत के कुछ दिनों बाद ही लिफ्ट ने काम करना बंद कर दिया है. अब आलम यह है कि मरीजों को सीढ़ियां चढ़कर अपने वार्डों तक पहुंचना पड़ रहा है.

सोमवार को लिफ्ट खराब थी. मरीज लिफ्ट के पास से आकर लौट रहे थे, क्योंकि लिफ्ट के ऊपर चल रही इलेक्ट्रॉनिक स्क्रोल में साफ दिखाया जा रहा था कि लिफ्ट आउट ऑफ सर्विस है. ऐसे में मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. सीढि़यों व रैंप के माध्यम से मरीज गुजर रहे थे.

वीडियो रिपोर्ट.
बता दें कि कुछ दिन पहले ही यह लिफ्ट खराब हुई थी. उस समय टेक्नीशियन को बुलाकर इसकी मरम्मत करवाई गई थी. अब 15 से 20 दिन का समय व्यतीत हुआ है कि अचानक लिफ्ट फिर से जवाब दे गई है. हालांकि ऐसा नहीं कि लिफ्ट को अनावश्यक ढंग से आपरेट किया जाता है. दिन के समय इसमें एक सिक्योरिटी कर्मचारी तैनात रहता है, जो मरीजों को लिफ्ट के माध्यम स ऊपर व नीचे लेकर जाता है.

ऐसे में इसके बार-बार खराब होने पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. जाहिर है कि क्षेत्रीय अस्पताल से स्तरोन्नत होकर मेडिकल कॉलेज बनने के उपरांत यहां मरीजों की तदाद भी बढ़ी है. कभी 300 मरीज की संख्या रोजाना दर्ज करने वाले अस्पताल में मेडिकल कॉलेज बनने के बाद संख्या दो से ढ़ाई हजार तक पहुंच चुकी है.

मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल प्रबंधन ने लिफ्ट का निर्माण करवाया है. इस लिफ्ट के निर्माण के लिए करीब 32 लाख रुपए संबंधित विभाग के खाते में जमा करवाए गए थे. लाखों रुपए खर्च करने के बाद मिली यह सुविधा लोगों के काम नहीं आ रही है. आए दिन लिफ्ट के खराब होने से मरीजों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं.

जब इस बारे में मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिल वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जल्द ही इस लिफ्ट को ठीक करवा दिया जाएगा ताकि मरीजों और उनके तीमारदारों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े.

Intro:15 दिन में खराब हुई मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के लिफ्ट, मरीज और तीमारदार हुए परेशान
हमीरपुर.
 मेडिकल कालेज एवं अस्पताल हमीरपुर की लिफ्ट एक बार फिर हांफ गई है। मरम्मत के कुछ दिनों बाद ही लिफ्ट ने साथ छोड़ दिया। अब आलम यह है कि मरीजों को सीढि़यां चढ़कर अपने वार्डों तक पहुंचना पड़ रहा है। सोमवार को लिफ्ट खराब पड़ी हुई थी। मरीज लिफ्ट के पास से आकर लौट रहे थे, क्योंकि लिफ्ट के ऊपर चल रही इलेक्ट्रॉनिक स्क्रोल में साफ दिखाया जा रहा था कि लिफ्ट आउट ऑफ सर्विस है। ऐसे में मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सीढि़यों व रैंप के माध्यम से मरीज गुजर रहे थे।


Body: बता दें कि कुछ दिन पहले ही यह लिफ्ट खराब हुई थी। उस समय टेक्निशियन को बुलाकर इसकी मरम्मत करवाई गई थी। अब 15 से 20 दिन का समय व्यतीत हुआ है कि अचानक लिफ्ट फिर से जवाब दे गई है। हालांकि ऐसा नहीं कि लिफ्ट को अनावश्यक ढंग से आपरेट किया जाता है। दिन के समय इसमें एक सिक्योरिटी कर्मचारी तैनात रहता है, जो मरीजों को लिफ्ट के माध्यम स ऊपर व नीचे लेकर जाता है। ऐसे में इसके बार-बार खराब होने पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। जाहिर है कि क्षेत्रीय अस्पताल के स्तरोन्नत होकर मेडिकल कालेज बनने के उपरांत यहां मरीजों की तदाद भी बढ़ी है। कभी 300 मरीज की संख्या रोजाना दर्ज करने वाले अस्पताल में मेडिकल कालेज बनने के बाद संख्या दो से अढ़ाई हजार तक पहुंच चुकी है। मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल प्रबंधन ने लिफ्ट का निर्माण करवाया है। इस लिफ्ट के निर्माण के लिए करीब 32 लाख रुपए संबंधित विभाग के खाते में जमा करवाए गए थे। लाखों रुपए खर्च करने के बाद मिली यह सुविधा लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है। आए दिन लिफ्ट के खराब होने से मरीजों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। 


Conclusion:जब इस बारे में मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अनिल वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जल्द ही इस लिफ्ट को ठीक करवा दिया जाएगा ताकि मरीजों और उनके तीमारदारों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.