हमीरपुर: राजकीय बहुतकनीकी कॉलेज बड़ू हमीरपुर में रैगिंग का मामला सामने आने के बाद अब कॉलेज प्रबंधन की कमियां भी सामने आ रही है. हमीरपुर बहुतकनीकी कॉलेज में सभी विभागों में कुल 800 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, लेकिन यहां हॉस्टल की क्षमता महज 200 विद्यार्थियों की है. इसमें 100 छात्र और 100 छात्राएं रहती हैं. बाकी विद्यार्थी निजी किराये के भवनों और पेइंग गेस्ट भवनों में रहने को मजबूर हैं.
बता दें कि संस्थान के लैंडलाइन दूरभाष नंबर पर कोई जवाब तक नहीं देता. कॉलेज प्रबंधन से इस बारे में पूछा जाता है तो रटा-रटाया जवाब मिलता है कि लैंडलाइन फोन खराब है. कॉलेज में रैगिंग प्रकरण के बाद भी लैंडलाइन फोन खराब पड़ा है. अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं. उनका कॉलेज में बच्चों से संपर्क नहीं हो पा रहा है.
गौर रहे कि बीते बुधवार को बहु तकनीकी कॉलेज में पढ़ने वाले सीनियर छात्र ने जूनियर छात्र की रैगिंग ली थी. हालांकि, यह प्रकरण निजी पीजी भवन का है, लेकिन अभिभावकों की ओर से कॉलेज प्रबंधन को शिकायत करने के बाद मामले में एफआईआर और आरोपी को कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया है. कॉलेज में अव्यवस्थाओं ने छात्रों की बेहतर सुरक्षा प्रबंधों की पोल खोल दी है.
जब इस बारे में बहुतकनीकी कॉलेज के प्रधानाचार्य दिनेश शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कॉलेज का लैंडलाइन फोन दो दिन से खराब है, जिसकी शिकायत बीएसएनएल में की गई है. कॉलेज में करीब 800 छात्र-छात्राएं हैं, जबकि कन्या और बाल छात्रावास में केवल 100-100 की क्षमता है.