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जरा सी चूक शहीद कमल देव के परिवार को दे गई ताउम्र का जख्म - landmine blast in punchh

जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LOC) पर एक विस्फोट के दौरान शहीद हुए हमीरपुर के जवान कमल वैद्य का सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. कमल देव का पेट्रोलिंग के दौरान पैर फिसलकर लैंड माइन पर पड़ गया था. विस्फोट के बाद बहुत ज्यादा खून बहने से उपचार के दौरान ही जवान ने दम तोड़ दिया था.

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फोटो.
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Published : Jul 25, 2021, 3:31 PM IST

हमीरपुर: हर दिन मिशन पर निकलने वाले वीर सपूत कमल देव की जिंदगी पर एक जरा सी चूक भारी पड़ गई. यह जरा सी चूक परिजनों के लिए ताउम्र का जख्म बन गई है. दरअसल, मिशन के दौरान अचानक से कमल देव का पांव फिसला और जमीन में दबी माइंन के ऊपर आ गया. जिससे भयंकर विस्फोट हुआ और कमल देव को गंभीर चोटें आई. विस्फोट के बाद बहुत ज्यादा खून बहने से उपचार के दौरान ही कमल देव ने दम तोड़ दिया. उनके शहादत के बाद घर पर माता विनीता देवी-पिता मदन लाल का रो-रो कर बुरा हाल है. बेटे का पार्थिव देह आंगन में पहुंचते ही मां गश खा कर नीचे गिर गई. बेटे की शादी की तैयारियों में जुटे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.

सूबेदार किशोर चंद ने कहा कि 23 जुलाई को रात 9:30 बजे रोजाना की तरह यह टीम के साथ मिशन पर थे और इस दौरान माइन पर गलती से इनका पैर आ गया. जिस वजह से ब्लास्ट होने के कारण सैनिक कमल देव गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्होंने बताया कि टीम माइन डिटेक्टर के साथ मौके पर जा रही थी, लेकिन अचानक से कमल देव का फिसला जिससे यह हादसा हो गया.

वीडियो.

गौरतलब है कि 2 महीने बाद ही कमल देव की शादी तय थी लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. जिस कमल देव के सिर पर 2 महीने बाद सेहरा सजने वाला था, आज वहीं कमल तिरंगे में लिपटा हुआ घर पहुंचा है. एक पल की चूक ने परिवार जनों को ताउम्र का जख्म दे दिया है. रविवार को पैतृक गांव में शहीद कमल देव पंचतत्व में विलीन हो गए. इस दौरान अमर शहीद के नारों से क्षेत्र गूंज उठा.

ये भी पढ़ें: पंचतत्व में विलीन हुए शहीद कमल वैद्य, नम आंखों से लोगों ने दी अंतिम विदाई

हमीरपुर: हर दिन मिशन पर निकलने वाले वीर सपूत कमल देव की जिंदगी पर एक जरा सी चूक भारी पड़ गई. यह जरा सी चूक परिजनों के लिए ताउम्र का जख्म बन गई है. दरअसल, मिशन के दौरान अचानक से कमल देव का पांव फिसला और जमीन में दबी माइंन के ऊपर आ गया. जिससे भयंकर विस्फोट हुआ और कमल देव को गंभीर चोटें आई. विस्फोट के बाद बहुत ज्यादा खून बहने से उपचार के दौरान ही कमल देव ने दम तोड़ दिया. उनके शहादत के बाद घर पर माता विनीता देवी-पिता मदन लाल का रो-रो कर बुरा हाल है. बेटे का पार्थिव देह आंगन में पहुंचते ही मां गश खा कर नीचे गिर गई. बेटे की शादी की तैयारियों में जुटे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.

सूबेदार किशोर चंद ने कहा कि 23 जुलाई को रात 9:30 बजे रोजाना की तरह यह टीम के साथ मिशन पर थे और इस दौरान माइन पर गलती से इनका पैर आ गया. जिस वजह से ब्लास्ट होने के कारण सैनिक कमल देव गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्होंने बताया कि टीम माइन डिटेक्टर के साथ मौके पर जा रही थी, लेकिन अचानक से कमल देव का फिसला जिससे यह हादसा हो गया.

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गौरतलब है कि 2 महीने बाद ही कमल देव की शादी तय थी लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. जिस कमल देव के सिर पर 2 महीने बाद सेहरा सजने वाला था, आज वहीं कमल तिरंगे में लिपटा हुआ घर पहुंचा है. एक पल की चूक ने परिवार जनों को ताउम्र का जख्म दे दिया है. रविवार को पैतृक गांव में शहीद कमल देव पंचतत्व में विलीन हो गए. इस दौरान अमर शहीद के नारों से क्षेत्र गूंज उठा.

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