हमीरपुर: जिला हमीरपुर में पीलिया का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. 6 दिन के भीतर जिले में 81 लोग पीलिया की चपेट में आ गए हैं. सराहकड़ क्षेत्र की पेयजल योजना कराड़ा में घातक बैक्टीरिया पाया गया है, जोकि पीलिया का कारण बन रहा है. शनिवार को कुल 10 नए मामले में रिपोर्ट हुए हैं. 7 पंचायतों के 2 दर्जन गांव पीलिया से प्रभावित हैं. जिला मुख्यालय हमीरपुर से सटी यह पंचायतें हमीरपुर और सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की हैं.
26 जून को सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की सराहकड़, भरनांग पंचायत में 16 लोग पीलिया से पीड़ित पाए गए थे. 6 दिन के भीतर सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की कोट, सराहकड़, भरनांग ख्याह पंचायतों के अलावा टपरे पंचायत में भी पीलिया के मामले सामने आए हैं. हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र की अणु और रोपा पंचायत में भी कुछ मामले सामने आए हैं. शुरुआती चरण में महज 4 पंचायतों में मामले सामने आए थे और अधिकतर मामले सराहकड़, भरनांग पंचायत के हैं. वर्तमान में 49 लोग अभी ग्रसित हैं, जबकि 18 लोग रिकवर हो गए हैं. गंभीर रूप से बीमार 9 मरीज सिविल अस्पताल टौणी देवी में उपचाराधीन हैं, जबकि अन्यों का घर पर ही उपचार चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग हमीरपुर की छह टीम पीलिया प्रभावित क्षेत्रों में शनिवार को मरीजों की स्क्रीनिंग में डटी रही.
कोलीफॉर्म बैक्टीरिया की मात्रा अधिक होने से दूषित हुआ पानी: सराहकड़ क्षेत्र की पेयजल योजना कराड़ा में घातक बैक्टीरिया पाया गया है जो कि पीलिया का कारण बन रहा है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर संजय जगोता ने कहा कि एक सैंपल में कोलीफॉर्म बैक्टीरिया की मात्रा 14 जबकि दूसरे में 17 पाई गई है, जोकि पीने लायक नहीं है. किस पेयजल योजना से क्षेत्र की 7 पंचायतों को पानी की सप्लाई की जा रही है. पेयजल योजना कराड़ा में 15 दिन में गैसियस क्लोरिनेशन प्रणाली शुरू करने के निर्देश जिला प्रशासन ने दिए हैं.
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देर शाम औचक निरीक्षण पर पहुंचे डीसी हमीरपुर बीमारी के लगातार फैलाव के चलते अब प्रशासन अलर्ट मोड पर है. डीसी हमीरपुर हेमराज बैरवा ने डायरिया प्रभावित क्षेत्रों के पेयजल योजनाओं का शुक्रवार देर शाम 9:00 बजे के करीब औचक निरीक्षण किया है. बताया जा रहा है कि पेयजल योजना के पेयजल सैंपल में कुछ गड़बड़ी पाई गई है जिसके बाद डीसी हमीरपुर ने पेयजल योजना कराड़ा में 15 दिन में गैसियस क्लोरिनेशन प्रणाली शुरू करने के निर्देश दिये हैं, हालांकि क्लोरिनेशन के बाद इस पेयजल योजना की सप्लाई को बहाल कर दिया गया है.
ईको लैब चंडीगढ़ और एनआईटी हमीरपुर में भेजे गए सैंपल: जल शक्ति विभाग हमीरपुर लगातार पेयजल योजनाओं के पानी की सैंपल ले रहा है, लेकिन विभाग के सैंपल की रिपोर्ट सही आई है. जल शक्ति विभाग की रिपोर्ट सही है, जबकि स्वास्थ्य विभाग के सैंपल में पेयजल योजना का जल दूषित निकला है. अब विभाग की तरफ से थर्ड पार्टी टेस्टिंग की जा रही है. जिसके अंतर्गत इकोलैब चंडीगढ़ और एनआईटी हमीरपुर को सैंपल भेजे गए हैं. इन सैंपल की रिपोर्ट 48 घंटे के भीतर आएगी. यह जानकारी जल शक्ति विभाग हमीरपुर के अधीक्षण अभियंता नीरज भोगल की तरफ से दी गई है.