हमीरपुर: जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी पोस्टकोड 965 पेपर लीक मामले में अब जांच सोलन और कसौली तक पहुंच गई है. अभी तक इस मामले में 6 लोग जांच के दायरे में शामिल हैं. मामले में अब विजिलेंस की टीम यह पता लगाने में जुटी है कि इस पेपर को कितने लोगों को बेचा गया गया था. फिलहाल जांच में यह सामने आया है कि कसौली और सोलन में पेपर का सौदा हुआ था. पेपर रविवार को था ऐसे में खरीदार शनिवार को ही हमीरपुर पहुंच गए थे.(JOA IT Paper Leak Case)
दलाल के माध्यम से महिला ने पेपर बेचा: जांच की कड़ियां अब जुड़ती जा रही हैं और जल्द ही विजिलेंस की टीम इस मामले का पटाक्षेप करेगी. आधिकारिक तौर पर अभी तक विजिलेंस की तरफ से सीमित ही जानकारी सार्वजनिक की गई है. जांच चल रही है ऐसे में छानबीन प्रभावित ना हो इस दृष्टि से विजिलेंस मीडिया में स्टेटमेंट देने से बच रही है. माना यह भी जा रहा है कि दलाल के जरिए महिला अधिकारी ने कई और लोगों को भी पेपर बेचा है. इस मामले में किए गए कहीं ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को भी विजिलेंस टीम ने क्रैक कर लिया है. (Paper deal for two and a half million)
ढाई लाख में पेपर का सौदा: ऐसे में जल्द ही इस मामले में बड़े खुलासे हो सकते हैं और कुछ और लोगों की भी गिरफ्तारियां इसमें संभव है. अभी तक की जांच में और दलाल से हुई पूछताछ में यह सामने आया है कि इस पेपर का सौदा ढाई लाख रुपए में किया गया था. कई लोगों को यह पेपर भेजा जा चुका था ,जिसके पैसे भी ऑनलाइन माध्यम से दिए गए. ( investigation reached Solan and Kasauli)
महिला अधिकारी का नौकर भी शामिल: प्रारंभिक छानबीन में यह सामने आया है कि महिला अधिकारी के घर में काम करने वाला नौकर भी पेपर लीक कांड में शामिल है. पेपर बेचने में नौकर और दलाल संजीव की अहम भूमिका है. अभी तक इस मामले में महिला कर्मचारी समेत 6 लोगों को रिटेन किया गया है, इसमें महिला कर्मचारी, दलाल, महिला कर्मचारी का नौकर तथा बेटा और 2 युवक शामिल है. बताया जा रहा है कि जो 2 युवक इस मामले में गिरफ्तार किए गए हैं वह भी पेपर खरीदने के लिए हमीरपुर पहुंचे थे और विजिलेंस की पकड़ में आ गए. (vigilance team in hamirpur)
महिला के घर पर रात 10 बजे तक हुई पूछताछ: पेपर लीक मामले में महिला के घर में विजिलेंस की टीम ने रात 10 बजे तक डटे रहे यहां पर कुल6 लोगों को डीटेन किया गया था. जिनमें पेपर खरीदने वाले 2 युवक भी शामिल थे. इन सभी आरोपियों से देर रात तक पूछताछ की जाती रही. हालांकि ,आरोपियों को अब कहां पर रखा गया है इस विषय पर विजिलेंस की तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है. संभवत इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद यह तमाम जानकारी सार्वजनिक की जाएगी. (Vigilance team inquired in Hamirpur) (Himachal Pradesh Staff Selection Commission Hamirpur)
क्या है मामला: कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में पेपर लीक मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात आरोपी महिला अफसर के बड़े बेटे ने 15 दिसंबर को ही कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से आयोजित मार्केट सुपरवाइजर की परीक्षा को पास किया था. इस परीक्षा का फाइनल परिणाम 8 दिन पहले 15 दिसंबर को घोषित किया गया जिसमें आरोपी उमा आजाद के बेटे नितिन आजाद ने 70.50 अंक हासिल किए थे. इसके अलावा छोटा बेटा निखिल भी पिछले दिनों आयोजित हुई जूनियर ऑफिस असिस्टेंट की परीक्षा में अच्छे अंकों के साथ पास हुआ है. छोटा बेटा पेपर लीक मामले में अपनी मां के साथ पकड़ा गया है. बताया जा रहा है कि महिला अफसर के छोटे बेटे निखिल आजाद ने भी जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी पोस्टकोड 965 के तहत आवेदन किया था और उसने भी रविवार को हमीरपुर में परीक्षा देनी थी.
2019 से कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात है महिला अधिकारी: साल 2019 से ही इस मामले में आरोपी बनी महिला अधिकारी उमा आजाद कर्मचारी चयन आयोग के गोपनीय ब्रांच में सेवाएं दे रही थी. इस दौरान उसके दोनों बेटों ने कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से होने वाली कई परीक्षाएं पास की और एक बेटा तो दो बार नौकरी भी लग गया. बताया जा रहा है कि छोटे बेटे ने भी जूनियर ऑफिस असिस्टेंट की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली थी लेकिन यह मामला कोर्ट में चला गया, जिसके बाद अब फिर से छोटे बेटे निखिल आजाद ने जूनियर ऑफिस असिस्टेंट की रविवार को होने वाली परीक्षा के लिए भी आवेदन किया था. महिला अधिकारी उमा आजाद की ड्यूटी घुमारवीं सेंटर पर लगाई गई थी और वहां पर एसडीएम के समक्ष रिपोर्ट करने के बाद महिला अधिकारी फिर अपने घर लौट आई थी. प्रदेश भर में कुल 41 टीमों को कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से इस ड्यूटी पर लगाया गया था, लेकिन महिला अधिकारी घुमारवीं में रिपोर्ट करने के बाद घर लौट आई क्योंकि परीक्षा रविवार को आयोजित होनी थी. इस बीच यह महिला रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ी गई.
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