बड़सर: कोरोना महामारी के चलते हिमाचल प्रदेश में फूल उत्पादकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. महामारी के चलते सभी कार्य ठप पड़ चुके हैं. इससे करोड़ों रुपए का नुकसान हो चुका है. कोरोना वायरस के कारण हमीरपुर जिले के बड़सर उपमंडल के किसान पवन कुमार को भी आर्थिक हानि उठानी पड़ी है.
कोरोना से पहले हो रहा था लाभ
पवन कुमार ने बताया कि 2013 में उद्यान विभाग की मदद से 12 हजार स्क्वायर मीटर पर पॉलीहाउस लगाए. इन पॉलीहाउस में फूलों की खेती शुरू की गई. इससे उन्हें हर साल 8 से 10 लाख रुपए की शुद्ध आमदनी होने लगी. यहीं नहीं पवन कुमार ने अपने फूलों की खेती में हाथ बंटाने के लिए करीब 30 से 35 स्थानीय सहित प्रवासी मजदूरों को भी रोजगार मुहैया करवाया है.
काटकर फेंकने पड़ रहे हैं तैयार फूल
पवन कुमार ने बताया कि उनके फूलों की सप्लाई दिल्ली, चंडीगढ़, हरियाणा और हिमाचल में होती है लेकिन इस बार भी कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते उनके फूलों की फसल नहीं बिक पाई. हालात यह हैं कि फूल पॉलीहाउस में सूखने की कगार पर हैं. तैयार फूलों की फसल को काटकर फेंकना पड़ रहा है. इसके चलते उन्हें लाखों रुपयों का नुकसान झेलना पड़ा है.
सरकार से आर्थिक मदद की गुहार
पवन कुमार ने बताया कि उनके 13 पॉलीहाउसों में 28 लाख रुपए के फूल तैयार हैं. पवन ने सीएम जयराम ठाकुर से मदद की गुहार लगाते हुए कहा कि प्रदेश के किसानों और बागवानों को आर्थिक मदद मुहैया करवाई जाए. पवन के भाई सुरेश कुमार का कहना है कि पवन कुमार ने बैंक से कर्जा लेकर फूलों का कारोबार शुरू किया. इससे उन्हें अच्छा लाभ भी हो रहा था लेकिन कोरोना महामारी के चलते उनका यह व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो चुका है.
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