हमीरपुर: जाहां एक ओर कोरोना वायरस को लेकर दुनिया भर में लोगों में खौफ है. वहीं हमीरपुर जिले की लड़की ने मानवता के लिए एक अनूठी मिसाल पेश की है. हमीरपुर की शैलजा चंदेल ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए मेडिसिन के प्रयोग के लिए अपना शरीर देने का ऐलान किया है.
जहां पूरा विश्व कोरोना वायरस के साये में है और कई देश अपने स्तर पर इस महामारी की दवा खोजने में लगा है. विश्व के कई देशों में कोरोना से बचने के लिए टीके, मेडिसिन आदि की खोज के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. ऐसे में एक प्रश्न यह बनता है कि यदि यह खोज भी ली जाए तो मानव शरीर पर इसका प्रयोग कैसे होगा. यही वजह है कि शैलजा ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए अपना शरीर देने का ऐलान किया है.
हमीरपुर की शैलजा चंदेल ने कोरोना वायरस के लिए तैयार किए जा रहे मेडिसिन टेस्ट के प्रयोग के लिए अपना शरीर देने की घोषणा की है. बता दें कि जब किसी ऐसे वायरल वायरस से निपटने के लिए मानव शरीर का इस्तेमाल किया जाता है तो उस समय प्रैक्टिकल के लिए किसी स्वस्थ व्यक्ति के शरीर की आवश्यकता पड़ती है. स्वस्थ मानव शरीर को पहले वायरस से इन्फेक्टेड किया जाता है उसके बाद दवाई निर्माण की तमाम संभावनाओं पर रिसर्च की जाती है. शैलजा ने प्रयोग के लिए अपना शरीर देने की घोषणा कर मानवता की मिसाल पेश की है.
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