हमीरपुरः प्रदेश सरकार के बजट को लेकर लोगों की मिली-जुली राय है. एक तरफ जहां इसे कुछ लोग जन हितैषी बजट करार दे रहे हैं तो वहीं, कुछ लोगों इस बजट को महज दिखावा ही करा दिया है. कृषि स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में इस बजट में सरकार की तरफ से प्रावधान किया गया है. ग्रामीण क्षेत्र में कृषि और बागवानी के साथ ही पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए भी विशेष प्रावधान इस बजट में किए गए हैं.
शिक्षक राजेंद्र शर्मा का कहना है कि शिक्षा के क्षेत्र में यह शानदार बजट पेश किया गया है. मिड डे मील वर्कर का मानदेय 300 रुपये बढ़ाया गया है. इसे ₹1000 बढ़ाया जाना चाहिए था. वहीं, उन्होंने वाटर कैरियर के अनुबंध अवधि को 6 से 5 वर्ष करने का भी स्वागत किया है.
स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े युवा सुरेश शर्मा का कहना है कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार को अधिक अच्छा कार्य करने की जरूरत है. सरकारी अस्पतालों में रात के समय बेहतर सुविधा मरीजों को नहीं मिल पा रही है. विभिन्न अस्पतालों में रिक्त पदों को सरकार को भरना चाहिए जिससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें.
इसके अलावा उन्होंने बेसहारा पशुओं द्वारा फसलों के नुकसान को लेकर भी चिंता जाहिर की है. सुरेश का कहना है कि सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए इस समस्या से निपटना जनता के बस की बात नहीं है. सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए.
किसान चंद्रमणि शर्मा का कहना है कि सरकार का यह बजट सराहनीय है. युवाओं को रोजगार देने के बाद सरकार ने कही है. कृषि के क्षेत्र में भी सरकार ने बजट का अच्छा प्रावधान किया है किसानों को अच्छे बीज उपलब्ध होने चाहिए. इसके साथ ही सिंचाई योजना का निर्माण होना चाहिए ताकि बारिश पर किसान निर्भर ना हो और अच्छी फसल हो सके.
पूर्व प्रधान अमिता धीमान का कहना है कि प्रदेश सरकार सराहनीय कार्य कर रही है और इस बजट में कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विशेष प्रावधान सरकार ने रखा है. सरकार के इस बजट से हर वर्ग को लाभ मिलेगा.
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