हमीरपुर: जिला हमीरपुर के व्यक्ति की ब्लैक फंगस से आईजीएमसी शिमला में हुई मौत के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है. ब्लैक फंगस से निपटने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है.
टास्क फोर्स में सभी विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल किए गए हैं. यदि ब्लैक फंगस से संबंधित कोई लक्षण किसी व्यक्ति में दिखते हैं तो उपचार के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी. टास्क फोर्स का गठन इसलिए किया गया है, ताकि समय पर ब्लैग फंगस का पता चलने के उपरांत मरीज का उपचार शुरू किया जा सके. फिलहाल ऐसे लक्षण दिखने के बाद मरीज को आईजीएमसी शिमला भेजा जा रहा है.
सरकार ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया है
मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश चौहान ने बताया कि सरकार ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया है. सरकार के आदेश के अनुसार महामारी से निपटने के लिए टास्क फॉर्स बनाई गई है. इसमें हमीरपुर स्वास्थय विभाग के स्पेशिलिस्ट डॉक्टर्स की एक टीम बनाई गई है.
हमीरपुर जिला में अभी तक तीन लोगों में ब्लैक फंगस की पुष्टि
बता दें कि हमीरपुर जिला में अभी तक तीन लोगों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है. साथ ही में एक व्यक्ति ब्लैक फंगस के बाद आईजीएमसी में उपचार के दौरान मौत भी हो चुकी है. ब्लैक फंगस के मामले सामने आने के बाद अब स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह अलर्ट हो गया है.
एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है
मरीज को अन्यत्र जगह शिफ्ट करने में देरी न हो जाए, इसके लिए विशेषज्ञों की टीम गठित की गई है. जिले के तीन लोगों में अब तक ब्लैक फंगस के लक्षण पाए जा चुके हैं, जिनमें से एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है. ब्लैक फंगस के मामले सामने आने के बाद हुई स्वास्थ्य विभाग की मीटिंग में यह फैसला लिया गया है कि इस महामारी से निपटने के लिए सभी चिकित्सीय विभागों के विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी.
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