हमीरपुर: आपने मजदूरी कराने के बाद दिहाड़ी न देने के किस्से बहुत से सुने होंगे, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि बिना दिहाड़ी किए किसी के खाते में पैसा आ जाए. शायद आपका जवाब नहीं होगा, लेकिन ऐसा हुआ है. ये मामला हमीरपुर जिले के ग्राम पंचायत ख्याह लोहाखरियां का है. जहां बिना काम किए महिलाओं के खाते में मनरेगा का पैसा आ गया. वहीं, इस पैसे को अपने पास रखने की जगह इन महिलाओं ने इसकी शिकायत विभाग से की और रुपये वापस लौटा दिए.
बिना मजदूरी किए खाते में आये पैसे: मनरेगा में काम करने के बावजूद दिहाड़ी न मिलने की शिकायतें मिलना आम बात है, लेकिन सीएम सुक्खू के गृह जिला में दिहाड़ी लगाए बिना ही पैसे खाते में आने का गजब मामला सामने आया है. बिन दिहाड़ी ही पैसा खाते में आ जाने से मनरेगा में धांधली होने की आशंका को नहीं नकारा जा सकता है. इस मामले की शिकायत मिलने के बाद यह पैसा विभाग को वापस भी कर दिया गया है.
महिलाओं के खाते में आया पैसा: यह मामला हमीरपुर की ग्राम पंचायत ख्याह लोहाखरियां का है. जहां कई महिलाओं को मनरेगा में बिना काम किए ही खातों में हजारों रूपये की राशि जमा हुई है. मामले में महिलाओं बीडीओ कार्यालय हमीरपुर में शिकायत की, जिसके बाद हिदायत मिलने पर महिलाओं ने भी पैसों को विभाग के बैंक खाते में वापस जमा करवा दिए हैं. पैसा विभाग को वापस तो मिल गया है, लेकिन यह बड़ी चूक हुई कैसे ? इसे लेकर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
महिलाओं ने विभाग को लौटाए पैसे: दरअसल कुछ दिने पहले ही इस मामले में ग्राम पंचायत की कारगुजारी को लेकर शिकायत बीडीओ से लेकर उपायुक्त हमीरपुर को भी दी गई है. जिन महिलाओं ये पैसा विभाग को वापस लौटाया है. उनकी मांग है कि आखिर बिन दिहाड़ी लगाए उनके खाते में पैसा आने की जांच होनी चाहिए? मामले में चूक कहां हुई इस विषय पर सुस्त जांच से शिकायतकर्ता खफा हैं. शिकायतकर्ताओं ने डीसी हमीरपुर को बाकायदा पत्र सौंप कर मामले की त्वरित निष्पक्ष जांच करने की मांग उठाई है.
पूर्व प्रधान ने डीसी से की कार्रवाई की मांग: इस मामले में पंचायत के पूर्व प्रधान संजय कुमार ने डीसी हमीरपुर हेमराज बैरवा को इस मामले में शीघ्र कार्रवाई करने के लिए मांग पत्र सौंपा है. संजय कुमार का कहना है कि ग्राम पंचायत ख्याह की महिलाओं ने बीडीओ को शिकायत पत्र दिया था, जिसमें बताया था कि खातों में पैसे आ रहे है. जिस पर आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है.
क्या कहती हैं महिलाएं: महिला सपना देवी ने बताया मनरेगा में बिना काम किए ही खातों में पैसे आए है. जिसकी शिकायत भी की गई है. उन्होंने बताया खातों में आए हुए पैसों को वापस लौटा दिया है. करीब 4200 रूपये खातें में आए थे, जिन्हें लौटा दिया गया है. एक अन्य महिला अनीता ने बताया कि मनरेगा के तहत मस्टरोल में नाम डाला गया था, लेकिन काम नहीं करवाया था. उन्होंने बताया पंचायत प्रतिनिधियों ने एक बार हस्ताक्षर लिए थे, लेकिन काम नहीं दिया. फिर खातों में पैसे आए थे, जिन्हें वापिस कर दिया है. यह चूक कैसे हुई, इसकी जांच की जानी चाहिए?
प्रधान का दावा, महिलाओं ने किया है काम: ग्राम पंचायत ख्याह लोहाखरियां की प्रधान मीना देवी ने लगाए गए आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि लोगों के द्वारा झूठे आरोप लगाए है. क्योंकि मजदूरों को प्रार्थना पत्र आने के बाद ही मस्टरोल में नाम डाले गए है. उन्होने बताया कि मजूदरों ने भी बताया कि महिलाओं ने काम किया है. उन्होंने बताया कि आपसी रंजिश के चलते ऐसा किया गया है. हमीरपुर के कार्यकारी बीडीओ एवं एसईवीपीओ केएल जसवाल बताया कि मनरेगा में बिना मजदूरी किए ही खातों में पैसे आने के मामले में जांच पडताल की गई है. मामले में महिलाओं पैसे वापस विभाग के खाते में डालने की हिदायत दी गई थी. महिलाओं ने पैसा वापस कर दिया है। इस मामले में जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियेों को सौंप दी गई है.
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