हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश गौसदन सेवा समिति जमली धाम कोरोना काल में बेसहारा हुए लोगों का सहारा बनेगी. त्रासदी में अपने परिजन को खो चुके बेसहारा बच्चों का भविष्य भी समिति ने संवारने का फैसला लिया है. इसके साथ ही उन बच्चों को भी समिति ने गोद लेने का फैसला किया है जिनके माता-पिता की इस महामारी से जान जा चुकी है.
जिला प्रशासन से मागें बेसहारा हुए परिवारों की सूची
समिति के प्रदेशाध्यक्ष रसील सिंह मनकोटिया ने बताया कि समिति की बैठक में तमाम सदस्यों की मौजूदगी में यह निर्णय लिया गया है. उन्होंने बताया इसके अंतर्गत प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन को पत्र भी लिखा जा चुका है. इसमें सरकार व जिला प्रशासन की ओर से ऐसे पात्र परिवारों की सूची मांगी गई है, जो त्रासदी में बेसहारा हुए हैं ताकि उनकी मदद की जा सके.
गौसदन सेवा समिति बनेगी बेसहारा बच्चों को सहारा
बता दें कि इस वैश्विक महामारी के कारण जिन बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठा गया है उन्हें सहारा देने के लिए हिमाचल प्रदेश गौसदन सेवा समिति जमली धाम आगे आई है. जिन लोगों के पास जीवन बसर करने के लिए मूलभूत सुविधाओं की भी आभाव है, ऐसे लोगों का गौसदन सेवा समिति आजीवन खर्च उठाएगी. रसील सिंह ने बताया कि ऐसे लोगों को सेवा समिति की ओर से भोजन, रहने सहित तमाम तरह से मदद भी की जाएगी.
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