हमीरपुरः पुलवामा हमले में आज ही के दिन हिमाचल ने एक वीर सपूत के साथ ही एक लोक गायक को भी खो दिया था. शहीद तिलक राज कांगड़ा जिले के निवासी थे. शहीद तिलक राज ने हिमाचली ही नहीं कई अन्य भाषा में भी गाने गाए थे, जिन्हें आज भी शादी ब्याह के मौके पर बजते हुए सुना जा सकता है.
तिलक राज की शहादत के बाद उनका एक गाना खूब वायरल हुआ था. 'मेरा सिद्दू शराबी' गाना जिसे 30 लाख से अधिक लोग सुन और देख चुके हैं. इसके अलावा ऐसे कई गाने हैं जिन्हें तिलक राज ने अपनी आवाज दी थी. तिलक राज के साथ कई गानों में काम कर चुके पम्मी ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत के दौरान तिलक राज के साथ बीते पलों को याद किया.
तिलक राज के दोस्तों ने पुलवामा हमले के 1 साल पूरा होने के बाद शहीदों को नमन करते हुए एक देश भक्ति गाना भी लॉन्च किया. तिलक राज कांगड़ा जिले के रहने वाले थे, लेकिन हमीरपुर से उनका विशेष लगाव रहता था. गानों की शूटिंग के लिए तिलक राज उपमंडल बड़सर स्थित अपने दोस्त के स्टूडियो में आते थे.
तिलक राज के दोस्त और संगीत जगत के सहकर्मी पम्मी का कहना है कि पुलवामा हमले से 3 दिन पहले ही तिलक राज का फोन आया था. किसी कारण वह एक गीत रिकॉर्ड नहीं कर पाए थे, जिसे पूरा करने के लिए उन्होंने वादा किया था कि वहां आएंगे, लेकिन 3 दिन बाद ही पुलवामा में यह आतंकी हमला हो गया.
जब वह अंतिम बार मिले थे तो कहा था कि मैं लौट कर आऊंगा और वह कुछ नया करेंगे, लेकिन यह किसे मालूम था कि वह कल कभी नहीं आने वाला था. पम्मी ने बताया कि इन 44 शहीदों में से एक वीर शहीद लोक गायक भी था और जिसे पुलवामा हमले में प्रदेश और देश ने खो दिया.
पम्मी ने कहा कि उनके लिए यह गर्व का विषय है कि उन्होंने तिलक राज के साथ काम किया है. एक वीर सैनिक के साथ वह होनहार कलाकार भी थे. गीत गाने के साथ ही गीत लिखने भी बखूबी जानते थे.