हमीरपुर: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के समाचार को दुखद बताते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.
उन्होंने कहा कि प्रणब मुखर्जी का सभी लोग सम्मान करते थे, प्रणब मुखर्जी ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्र सेवा की. जब प्रणब मुखर्जी का अपना दल भी संकट में होता था, तब उन्होंने अपने दल का भी मार्गदर्शन कई बार किया.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से जुड़ी हुई यादों को सांझा करते हुए प्रोफेसर धूमल ने कहा कि जब प्रणब मुखर्जी केंद्र में वित्त मंत्री थे और वह हिमाचल में बतौर मुख्यमंत्री अपनी सेवाएं प्रदेश की जनता के प्रति समर्पित कर रहे थे, कई बार उनसे बात करने की, उनकी मदद लेने की आवश्यकता पड़ती थी. तब दिन में कोशिश करने पर भी अगर बात ना हो पाई, तब वह स्वयं रात को वापस फोन करके बात करते थे.
एक बार जब उनसे बात ना हो पाई और उनको संदेश मिला तो रात को उन्होंने मुझे फोन किया, तब मैंने उनसे पूछा कि प्रणब दा आपसे बात ना हो पाई, कहीं आप नाराज तो नहीं हैं. तब प्रणब दा ने मुझे कहा कि शायद आपको पता नहीं है लेकिन हम एक ही प्रोफेशन से हैं, राजनीति में आने से पहले मैं भी आपकी तरह प्रोफेसर ही था.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति बनने के बाद भी प्रणब दाग का स्नेह और आशीर्वाद सबको यूं ही मिलता रहा. प्रणब दा की निष्पक्षता और योग्यता का इससे बड़ा सबूत क्या होगा कि एनडीए की सरकार में जब उनका बतौर राष्ट्रपति कार्यकाल खत्म हो रहा था, तब प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं उनको जाकर पूछा था कि अगर वह बनना चाहते हैं, तो हम उन्हें फिर से राष्ट्रपति बनाएंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री धूमल ने कहा कि प्रणब मुखर्जी को आज सारा विश्व और सारा राष्ट्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है, मैं भी उनके चरणों में अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं और भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें एवं उनके परिवार को इस सदमे को सहने के लिए हिम्मत प्रदान करें.
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