हमीरपुर: जिला मुख्यालय हमीरपुर से महज चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित बजूरी पंचायत के लोग नगर परिषद हमीरपुर और जिला प्रशासन की नाकामियों का खामियाजा भुगत रहे हैं.
यहां पर नगर परिषद हमीरपुर का कूड़ा संयंत्र है जिसमें आए दिन कूड़े को जलाने के लिए आग लगाई जा रही है. पिछले कई दिनों से यह सिलसिला जारी है और कूड़े के इस अंबार से निकलने वाले धुएं का गुब्बार पूरी पंचायत को अपने आगोश में ले रहा है. यहां पर नगर परिषद के कर्मचारी 24 घंटे तैनात हैं बावजूद इसके आग को बुझाने तक का प्रयास नहीं किया जा रहा है.
ईटीवी भारत की टीम ने मंगलवार देर शाम इस जगह का दौरा किया. ईटीवी भारत के पड़ताल में कई हैरान कर देने वाले तथ्य और विभागीय कमियां उजागर हुई हैं.करोड़ों रुपए की लागत से यह कूड़ा संयंत्र नगर परिषद हमीरपुर ने यहां पर स्थापित किया है, लेकिन सरेआम यहां पर एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
बता दें कि एक तरफ नगर परिषद सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एक्ट के तहत डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन व्यवस्था को शहर में लागू कर चुका है, वहीं दूसरी तरफ खुले में इस तरह से कूड़ा जलाकर कायदे कानून को ठेंगा दिखाया जा रहा है.
हैरत इस बात की भी है कि यहां पर आग को बुझाने के लिए एक मोटर पंप भी रखा गया था जो कि पिछले 1 महीने से खराब है यहां पर कार्य कर रहे कुछ मजदूरों ने नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि टुलू पंप के माध्यम से ही पानी उठाकर आग को बुझाया जाता था, लेकिन अब यह पंप 1 महीने से खराब है और यहां पर अक्सर आग लगाई जाती है.
यूं तो नगर परिषद कूड़े को अलग अलग कर निष्पादन करने का दावा करती है, लेकिन कूड़ा संयंत्र की हालत को देखकर कुछ और ही प्रतीत होता है. जिला प्रशासन भी आंखें मूंद कर बैठा है जिस कारण इस पंचायत के लोग खामियाजा भुगत रहे हैं.
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