हमीरपुर: मुख्यमंत्री सुक्खू के विधानसभा क्षेत्र नादौन में डायरिया फैलने के मामले की जांच जल शक्ति विभाग के इंजीनियर इन चीफ ईएनसी शिमला करेंगे. 7 दिन के भीतर इंजीनियर इन चीफ इस मामले की जांच कर रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे. नादौन में डायरिया प्रभावित क्षेत्र और पेयजल योजना के मुख्य स्त्रोत कुनाह खड्ड का दौरा करने के बाद डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने यह बड़ा बयान दिया है. जल शक्ति विभाग का जिम्मा डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के पास है.
ऐसे में दूषित जल की वजह से सैकड़ों लोगों के बीमार होने पर वह खुद पेयजल योजना का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे. डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों पेयजल योजनाओं के प्रति जवाबदेही तय करते हुए खनन पर एफआईआर पुलिस में करवाने के आदेश जारी किए हैं. पेयजल योजना के निरीक्षण के बाद डिप्टी सीएम ने कहा कि निरीक्षण में पाया गया है कि यहां पर अवैज्ञानिक और अवैध तरीके से खनन किया गया है, जिस वजह से पेयजल योजना प्रभावित हुई और जल भी दूषित हुआ है.
उन्होंने कहा कि यहां पर पेयजल योजना के पास अब भी गंदगी देखी जा सकती है. खनन के वजह से जलस्तर कम हुआ है और पेयजल योजना तक पानी पहुंचाने के लिए नाली खोदनी पड़ी है. मामले की जांच के आदेश देने के साथ ही उन्होंने कड़े शब्दों में यह भी कहा है कि प्रदेश में किसी भी पेयजल योजना के नजदीक खनन होने नहीं दिया जाएगा. खनन होने पर पुलिस में एफआईआर करवाने का जिम्मा विभाग के अधिकारियों का होगा. खनन पर नजर रखने के लिए संबंधित क्षेत्र के एसडीओ और एक्सईएन पूरी तरह से जिम्मेदार होंगे.
यदि संबंधित अधिकारियों के अधीन आने वाली पेयजल योजनाओं के पास खनन होने के बावजूद विभाग और पुलिस को सूचित नहीं किया है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मुकेश अग्निहोत्री ने यह भी कहा कि पेयजल योजना के साथ ही विभिन्न सरकारी संपत्तियों को भी खनन के नुकसान से बचाने का कार्य किया जाएगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं और लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है. यह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का गृह विधानसभा क्षेत्र है ऐसे में उनके दिशानिर्देशों के मुताबिक ही आगामी कार्य किया जाएगा.
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