भोरंज/हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश प्रशिक्षित कला स्नातक संघ ने कोरोना संक्रमित शिक्षकों व कर्मचारियों के क्वारंटाइन पर अर्जित अवकाश लगाने की अधिसूचना को तुरंत रद्द करने व इसके स्थान पर विशेष अवकाश देने की मांग मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, शिक्षा मंत्री गोबिंद ठाकुर व प्रारंभिक व उच्चतर शिक्षा निदेशक से की है.
कोरोना कार्यकाल में शिक्षकों की रही अहम भूमिका
संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जिन शिक्षण संस्थानों में अध्यापक व अन्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाये जा रहे हैं. वहां पर शिक्षकों व दूसरे कर्मचारियों का अर्जित अवकाश हाजिरी रजिस्टर भरे जा रहे हैं, जोकि कर्मचारी के हित में नहीं हैं.
अध्यापकों और कर्मचारियों अवकाश काटना निदंनीय
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि अधिकांश अध्यापक को लंबी आयु के बाद नौकरी मिली है और कई अध्यापक लंबe अनुबंध काल पूरा करने के बाद नियमित हुए हैं. ऐसे में अध्यापकों व दूसरे कर्मचारियों का अर्जित अवकाश काटना निदंनीय है. कौशल ने कहा कि कोरोना महामारी के कार्यकाल में शिक्षक वर्ग में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आदेशों का पालन किया है. स्कूलों में गठित क्वारंटाइन सेंटर्स से लेकर कोरोना केस फांइडिंग में घर-घर जाकर अपनी सेवाएं दी हैं. ऐसे में शिक्षकों को प्रोत्साहित करने की बजाए निरूत्साहित किया जा रहा है. स्कूल मुखिया कोरोना संक्रमित शिक्षकों के अर्जित अवकाश काट रहे हैं.
शिक्षकों ने की स्कूल में क्वारंटाइन की सुविधा मांग
संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल ने कहा कि संघ के पास ऐसी कई शिक्षकों की समस्या सामने आई है. उन्हें अगर सरकार कोरोना संक्रमित होने पर विशेष अवकाश नहीं देती तो ऐसे शिक्षकों स्कूल में ही क्वारंटाइन की सुविधा दी जाए ताकि वह अर्जित अवकाश कटवाने से बच सकें. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि अर्जित अवकाश लगाने की अधिसूचना को तुरंत प्रभाव से रद्द करने के आदेश दें और शिक्षक वर्ग के साथ मानवीय व्यवहार करें. इस अवसर पर प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष मदन ठाकुर, कोषाध्यक्ष संजय ठाकुर, प्रेस सचिव पवन रांगड़ा, हमीरपुर महासचिव देशराज चौधरी भी उपस्थित थे.
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