हमीरपुर: एक साथ 15 कोरोना पॉजिटिव मरीज आने के बाद हमीरपुर जिला में हड़कंप मचा हुआ है. ये सभी मरीज बाहरी राज्यों से लौटे थे. बाहर से लौटने के बाद इन मरीजों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था. यहां ब्लड सैंपल लेने के बाद इनकी रिपोर्ट नेगेटिव बताकर इन्हें घर भेज दिया गाय था, लेकिन बुधवार को अचानक इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. इसके बाद प्रशासन समेत पूरे शहर में अफरा-तफरी मच गई.
वीरवार को उपायुक्त हमीरपुर हरिकेश मीणा ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि इस मामले में कहां चूक हुई है इसकी पूरी जांच की जाएगी. वहीं, डीसी हमीरपुर इस दौरान मीडियाकर्मियों के सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. इस मामले में हुई चूक से साफ है कि अब इस गलती पर प्रशासन से जवाब देते नहीं बन रहा है.
डीसी हमीरपुर हरिकेश मीणा ने कहा कि मामले में जांच की जाएगी. गलतफहमी के कारण इन लोगों को घर भेज दिया गया था. जिला प्रशासन का प्रयास है कि इन लोगों का जल्द से जल्द उपचार शुरू हो.
इस मामले के पीछे अब यह बात भी निकल कर सामने आ रही है कि स्वास्थ्य विभाग की सहमति के बिना ही नवोदय डूंगरी क्वारंटाइन सेंटर से 43 लोगों को घर भेज दिया गया था. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इसका विरोध कर रहे थे, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी बात को दरकिनार कर दिया.
वहीं, अब लगातार इस मामले में प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. इस लापरवाही से जिला में कम्युनिटी स्प्रेडिंग की संभावनाओं को भी नकारा नहीं जा सकता है. सरकार की इस पर नजर बनी हुई है. अब यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि जिला प्रशासन के अधिकारियों पर इस मामले में कुछ कार्रवाई भी आगामी दिनों में देखने को मिल सकती है.
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