हमीरपुर: जिले में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए डीसी हरिकेश मीणा ने कड़े निर्देश जारी किए हैं. इसके तहत किसी भी व्यक्ति के खुले में कूड़ा- कचरा फेंकते पकड़े जाने पर 25 हजार तक का जुर्माना लगाया जा सकता है. यह निर्देश डीसी हमीरपुर की अध्यक्षता में सोमवार को हमीर भवन में साप्ताहिक समीक्षा बैठक के दौरान जारी किए गए.
इस दौरान डीसी ने कहा कि हमीरपुर नगर परिषद क्षेत्र में कूड़ा-कचरा इकठ्ठा करने के लिए नई व्यवस्था लागू कर दी गई है. इसके तहत घर-घर से कूड़ा उठाने का प्रावधान किया गया है. इसके लिए शहर में हर रोज तीन बार गाड़ी कूड़ा इकठ्ठा करने के लिए लगाई गई है.
नगर परिषद हमीरपुर को डस्टबिन फ्री करने के बाद जगह-जगह कूड़े कचरे के ढेर लगे हैं. नगर परिषद ने शहर को डस्टबिन फ्री कर लिया है, लेकिन कूड़े कचरे से शहर मुक्त नहीं हो पाया है. जिन जगहों पर कूड़ेदान हटाए गए हैं वहां लोग खुले में ही कूड़ा फेंक रहे हैं.
हरिकेश मीणा ने कहा कि नगर परिषद के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सभी घरों से ठेकेदार के माध्यम से कूड़ा इकठ्ठा किया जा रहा है. अगर कोई खुले में कूड़ा-कचरा फैंकता है, ऐसे में उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
इस मामले में किसी भी स्तर पर ढील को गंभीरता से लिया जाएगा और जरूरत पड़ने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. साथ ही दोषियों के खिलाफ पांच सौ रुपए से लेकर 25 हजार रुपये तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है.
डीसी मीणा ने नगर परिषद कर्मियों और संबंधित ठेकेदारों को दो दिन में व्यवस्था दुरूस्त करने के कड़े निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि नगर परिषद अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि शहर के व्यापारिक प्रतिष्ठानों में अपने कूड़ेदान हैं और उनसे नियमित कूड़ा-कचरा लिया जा रहा है.
इसके अलावा विशेष दल गठन कर ऐसी जगहों पर तैनात किये जाएं जहां खुले में कूड़ा फेंकने की संभावना ज्यादा रहती है. ऐसी जगहों पर लोगों को जागरूक करने के लिए स्वयं सेवी युवाओं की भी मदद ली जा सकती है. उन्होंने कहा कि शहर को डस्टबिन फ्री करने के अभियान में स्थानीय निवासियों का सहयोग सबसे महत्वपूर्ण है. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि अब वे शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने में अपना योगदान दें.
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