हमीरपुर: कोरोना वायरस महामारी ने निजी बस ऑपरेटरों की कमर तोड़कर रख दी है. हालात ऐसे हैं कि अनलॉक-1 के पहले दिन ही निजी बस ऑपरेटरों का व्यवसाय घाटे का सौदा बन गया है. ईटीवी भारत ने हालात का जायजा लेने के लिए बस स्टैंड हमीरपुर का दौरा कर निजी बस ऑपरेटरों के साथ विशेष बातचीत की.
इस दौरान निजी बस ऑपरेटर्स ने बताया कि हमीरपुर से सुजानपुर तक की कमाई सिर्फ ₹35 हुई है, जबकि पेट्रोल पर हजारों रुपये का खर्च हो रहा है. बास चालकों का कहना है कि हमीरपुर से नादौन तक के सफर में भी बस ऑपरेटरों को एक रुपये की कमाई नहीं हो रही.
निजी बस ऑपरेटर अरविंदर परमार का कहना है कि प्रशासन की तरफ से अनलॉक-1 में दी गई छूट के बावजूद उन्हें बिल्कुल भी सवारियां नहीं मिल रही हैं. जिस वजह से बस ऑपरेटरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
एक अन्य निजी बस ऑपरेटर का कहना है कि सोमवार को हमीरपुर से ग्लोड रूट पर बस चलाई थी, लेकिन एक भी सवारी नहीं मिली. हालात ऐसे हैं कि पेट्रोल का पैसा तो दूर बस स्टैंड की पर्ची काटवाने तक का पैसा किराए से नहीं निकल पा रहा है. अगर ऐसा रहा तो वह आने वाले दिनों में बस नहीं चला पाएंगे.
बता दें कि सवारियां ने मिलने से निजी बस ऑपरेटरों की परेशानियां बढ़ती जा रही है. अगर वह बस चलाते हैं तो उन पर टैक्स का बोझ भी बढ़ जाएगा. वहीं उन्हें बस चलाकर कमाई की बजाय घाटा हो रहा है. निजी बस ऑपरेटर यूनियन हमीरपुर ने यह निर्णय लिया है कि अब नाममात्र ही बसें जिला में चलाई जाएंगी. अगर आने वाले दिनों में सामान्य हालात होते हैं तो बसों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है.
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