नादौनः शहर में मंगलवार रात उस समय सनसनी फैल गई जब वार्ड तीन में रह रहे एक परिवार का बच्चा बेहोशी की हालत में स्थानीय प्राथमिक स्कूल बाल के निकट झाड़ियों में पड़ा मिला. परिवार ने आरोप लगाया कि बच्चे का अपहरण किया गया था.
होश आने पर बच्चे ने भी अपहरण होने की कही बात
सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और आनन-फानन में बच्चे को नादौन अस्पताल में दाखिल करवाया गया. बुधवार सुबह होश आने पर बच्चे ने भी अपहरण होने की बात कही है. लेकिन परिजनों ने मामला दर्ज करवाने से मना कर दिया है. जिसके कारण अब पूरे मामले पर संदेह जताया जा रहा है.
क्या था घटनाक्रम
घटनाक्रम के बारे में बच्चे ने जानकारी दी कि मंगलवार सायं जब वह अपने किराए पर लिए मकान के गेट के पास खड़ा था तो बाइक सवार एक महिला व पुरुष ने बाजार का रास्ता पूछा और अचानक उसे कुछ सुघां दिया. इसके बाद वह बाइक पर बिठा कर उसे पुल तक ले गए जहां से बाइक सवार वापस आ गए और उसे 4 लोगों ने एक वाहन में डाल दिया. कुछ ही दूरी पर एक दुकान के पास वाहन में सवार लोग कुछ खाने के लिए उतरे और वह मौका देख गाड़ी से उतरकर पास ही छुप गया. इस दौरान गाड़ी वाले वहां से चले गए और कोई व्यक्ति उसे लेबर चौक नादौन तक छोड़ गया. जब वहां से वह घर की ओर आ रहा था तो वहीं झाड़ियों में बेहोश होकर गिर गया. जिसे शाम से ही ढूंढ रहे उसके परिजनों ने उठाया और अस्पताल पहुंचाया.
बयान बदलने के कारण बच्चे की बातों पर संशय
परंतु बार-बार बयान बदलने के कारण बच्चे की बातों पर विश्वास करना कठिन हो रहा है. लेकिन सच्चाई यह भी है कि वह बेसुध हालत में रात को घटना के दो घंटे बाद ही घर से थोड़ी दूर पड़ा मिला. उस समय काफी संख्या में शहर के लोग भी इस स्थल पर जमा हो चुके थे.
मामले में नया मोड़
मामले में नया मोड़ तब आया जब परिवार ने इस संबंध में कोई भी कार्रवाई करवाने से साफ मना कर दिया. इस संबंध में थाना प्रभारी नीरज राणा ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है. उन्होंने कहा कि परिवार ने बच्चे की बातों पर संदेह व्यक्त किया है. उल्लेखनीय है कि शहर भर में इस मामले को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं.
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