हमीरपुर: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LOC) पर एक विस्फोट के दौरान हमीरपुर के कमल वैद्य शहीद हो गए. 27 साल के कमल वैद्य भारतीय सेना की डोगरा रेजिमेंट में तैनात थे. पुंछ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कमल वैद्य को नियंत्रण रेखा पर कृष्णा घाटी सेक्टर में अग्रिम चौकी पर तैनात किया गया था.
पुंछ के मनकोट सेक्टर में आर्मी ऑपरेशन के दौरान एक माइन में विस्फोट होने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. जिला प्रशासन हमीरपुर को इस बात की जानकारी सेना की ओर से दे दी गई है. शहीद कमल वैद्य भोरंज उपमंडल की लगमन्वी पंचायत के घुमारवी गांव के रहने वाले थे.
कमल वैद्य ने अप्रैल में छुट्टी काट कर नौकरी ज्वाइन की थी. अगले महीने ही जवान की सगाई तय की गई थी. घर में सगाई की तैयारियां चल रही थीं. कमल अपने पीछे माता-पिता, बड़ा भाई और दो बहनों को छोड़ गए. कमल वैद्य की शहदत की खबर से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है.
कमल वैद्य के दोस्त विकास सोनी ने बताया कि उनकी संगीत में भी रुचि थी. कुछ दिनों के बाद उन्होंने अपनी एलबम निकालने की भी प्लानिंग की थी, लेकिन अब सिर्फ यादें ही रह गई हैं.
उपायुक्त देबश्वेता बनिक ने बताया कि सैन्य अधिकारियों से प्राप्त सूचना के अनुसार शहीद कमल देव वैद्य का पार्थिव शरीर आज शाम तक उनके पैतृक गांव में पहुंचाया जा रहा है. शाम को ही पूरे सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा.