चंबा: साहू क्षेत्र के जंगलों में औषधीय पौधे कसमल को उखाड़ रहे तीन लोगों को वन विभाग की टीम ने दबोचा है. विभाग की टीम ने बीस क्विंटल कसमल की खेप मौके से बरामद की है. वन विभाग की टीम ने कुछ दिन पहले साहू कुड्था मार्ग पर भी कसमल की जड़ों से भरे ट्रक को जब्त किया था. साहू घाटी में धड़ल्ले से कसमल को उखाड़ा जा रहा है.
बाजारों में कसमल की काफी ज्यादा कीमत
वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर मामले की आगामी छानबीन शुरू कर दी गई है. बता दें कि कसमल औषधीय गुणों से भरपूर होती है जिसके चलते इसकी बाजार में कीमत भी काफी ज्यादा है. इसी के चलते लोग इसका व्यापार करना शुरू कर देते हैं.
कसमल औषधि गुणों से भरपूर होता है और इसकी जड़ों से जॉन्डिस और आंखों की दवाइयां बनती हैं. इसलिए इसकी तस्करी चंबा जिले के कुछ क्षेत्रों में की जा रही है.
कसमल को उखाड़ना कानूनन अपराध है
कसमल को उखाड़ना पूरी तरह से बैन है लेकिन कुछ तस्कर चोरी-छिपे इसे उखाड़ने में मशगूल है. इस औषधि को सिर्फ निजी भूमि से निकालने की अनुमति मिल सकती है. इसे कहीं से उखाड़ना वन अधिनियम के तहत कानूनन अपराध है.
स्थानीय भाषा में कसमल को 'केहमल' कहते हैं
चंबा डीएफओ निशांत मढोत्रा का कहना है कि कसमल नामक औषधीय गुणों से भरपूर इस विशेष पौधे की लोग तस्करी करना शुरू कर रहे हैं. औषधीय गुणों से भरपूर पौधा काफी महंगा बिकता है और इसे स्थानीय भाषा में केहमल कहते हैं.
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