चंबा: जिला मुख्यालय चंबा स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कोरोना काल में तैनात 150 आउटसोर्स कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. जिनमें 80 नर्सें भी शामिल हैं. लिहाजा सुख की सरकार में आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाएं खत्म करने से बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है. बहरहाल इन कर्मचारियों ने अब मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि जल्द उनकी सेवाएं बहाल करने की दिशा में कदम उठाया जाए.
जानकारी के अनुसार पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल चंबा में कार्यरत कोविड आउटसोर्स कर्मचारियों को सोमवार को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. 80 नर्सों सहित करीब 150 कर्मचारियों की अचानक सेवाएं समाप्त होने से उनके परिवारों पर आर्थिक संकट के बादल मंडराने लगे हैं. वर्ष 2020 में इन्हें कोविड के दौरान नियुक्त किया गया था. कर्मचारियों ने बताया कि इस नौकरी से उनका घर चलता है. बच्चों की पढ़ाई से लेकर घर के खर्च के लिए वे इस नौकरी पर ही निर्भर हैं.
उन्होंने कहा कि सोमवार को उन्हें आदेश प्राप्त हुए कि उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं. सोमवार को वह रोजाना की तरह कार्य पर पहुंच गए थे, लेकिन दोपहर के समय उन्हें आदेश प्राप्त हुए कि अब उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं. कुछेक कर्मचारी दोपहर दो बजे कार्यस्थल पर पहुंचे तो उन्हें अंदर प्रवेश ही नहीं मिल पाया. उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार से उम्मीद थी कि सरकार की ओर से उन्हें राहत प्रदान की जाएगी. लेकिन इसके विपरित उनकी सेवाएं ही समाप्त कर दी गई हैं. महंगाई के दौर में बिना नौकरी के वे परिवार का खर्च कैसे कर पाएंगे.
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