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अनछुआ हिमाचल: प्रकृति की अद्भुत सुंदरता की मिसाल है साच पास, यहां जून-जुलाई में भी उठा सकते हैं स्नोफॉल का आनंद - how to reach sach pass

हरकोई स्नोफॉल का मजा लेना चाहता है. बर्फबारी का आनंद उठाने के लिए हम कड़ाके की सर्दी का इंतजार करते हैं, लेकिन साच पास में आप जून-जुलाई की भयंकर गर्मी में भी स्नोफॉल का जमकर आनंद उठा सकते हैं.

डिजाइन फोटो.
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Published : Aug 17, 2019, 7:40 PM IST

चंबा: अनछुआ हिमाचल सीरीज में हम आपको हिमाचल प्रदेश के विभिन्न खूबसूरत स्थलों से रूबरू करा रहे हैं. इस सीरीजी में आज हम आपको साच पस पर्यटन स्थल के बारे में बताने जा रहे हैं. समुद्री तल से 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित साच पास हिमाचल के चंबा जिला के पीर पंजाल रेंज के पास है. साच पास पांगी घाटी को बाहरी दुनिया से जोड़ता है. शिमला, मनाली, खजियार हो या रोहतांग, इन पर्यटन स्थलों से कहीं ज्यादा खूबसूरत साच पास प्रकृति की अद्भुत सुंदरता की मिसाल है.

untouched himachal
डिजाइन फोटो.

बता दें कि जब देश के अन्य राज्यों में गर्मी अपने प्रकोप में होती है, उस समय साच पास की वादियां 10-15 फुट की बर्फीली चादर से ढकी रहती हैं. जूल-जुलाई के महीने में यहां का तापमान शून्य डिग्री से नीचे रहता है. कहते हैं खूबसूरत चीजें दुर्लभ होती है, कुछ ऐसा ही साच पास के साथ भी है.

इस खूबसूरत जगह जाने के लिए पर्यटकों को काफी संघर्ष करना पड़ता है. साच पास में भारी बर्फबारी के चलते यह पर्यटकों के घूमने के लिए जून के अंत में खुलता है और अक्तूबर में बंद हो जाता है. बेशक इस बीच यहां पर्यटकों की खूब आमद रहती है. मगर साच पास जाने वाली सड़क की हालत बेहद खराब है. हालांकि यहां की बेहद कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए इसके लिए सरकार और प्रशासन को भी पूरा दोष नहीं दिया जा सकता.

वीडियो.

प्राकृतिक सौंदर्य की मिसाल साच पास में बेसिक सुविधाओं का अभाव है. खस्ता हाल सड़क होने से पर्यटक यहां आने से झीझकते हैं. यहां पर पर्यटकों को ठहरने की के लिए निजी होटलों की कमी है. सरकारी गेस्ट हाउस टाइम टू टाइम पर्यटकों को उपलब्ध नहीं हो पाते..

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला की पीर पंजाल रेंज के पास है. साच पास चंबा जिला के डलहौजी या चंबा शहर या फिर कांगड़ा के पठानकोट से पहुंचा जा सकता है. साच पास के लिए कठिन मार्ग होने की वजह से यहां पर रात को ड्राइंविंग से परहेज करना ही सही है.

साच पास की मुख्य शहरों से दूरी
चंबा- 127किमी
डलहौजी- 175किमी
पठानकोट- 246 किमी

कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और कम सुविधाओं के बावजूद साच पास में हर साल देश-विदेश से पर्यटकों की खूब आमद रहती है. अगर साच पास में बेसिक सुविधाएं बढ़ाई जाए तो बेशक यहां पर पर्यटकों की आमद बढ़ेगी.

चंबा: अनछुआ हिमाचल सीरीज में हम आपको हिमाचल प्रदेश के विभिन्न खूबसूरत स्थलों से रूबरू करा रहे हैं. इस सीरीजी में आज हम आपको साच पस पर्यटन स्थल के बारे में बताने जा रहे हैं. समुद्री तल से 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित साच पास हिमाचल के चंबा जिला के पीर पंजाल रेंज के पास है. साच पास पांगी घाटी को बाहरी दुनिया से जोड़ता है. शिमला, मनाली, खजियार हो या रोहतांग, इन पर्यटन स्थलों से कहीं ज्यादा खूबसूरत साच पास प्रकृति की अद्भुत सुंदरता की मिसाल है.

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बता दें कि जब देश के अन्य राज्यों में गर्मी अपने प्रकोप में होती है, उस समय साच पास की वादियां 10-15 फुट की बर्फीली चादर से ढकी रहती हैं. जूल-जुलाई के महीने में यहां का तापमान शून्य डिग्री से नीचे रहता है. कहते हैं खूबसूरत चीजें दुर्लभ होती है, कुछ ऐसा ही साच पास के साथ भी है.

इस खूबसूरत जगह जाने के लिए पर्यटकों को काफी संघर्ष करना पड़ता है. साच पास में भारी बर्फबारी के चलते यह पर्यटकों के घूमने के लिए जून के अंत में खुलता है और अक्तूबर में बंद हो जाता है. बेशक इस बीच यहां पर्यटकों की खूब आमद रहती है. मगर साच पास जाने वाली सड़क की हालत बेहद खराब है. हालांकि यहां की बेहद कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए इसके लिए सरकार और प्रशासन को भी पूरा दोष नहीं दिया जा सकता.

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प्राकृतिक सौंदर्य की मिसाल साच पास में बेसिक सुविधाओं का अभाव है. खस्ता हाल सड़क होने से पर्यटक यहां आने से झीझकते हैं. यहां पर पर्यटकों को ठहरने की के लिए निजी होटलों की कमी है. सरकारी गेस्ट हाउस टाइम टू टाइम पर्यटकों को उपलब्ध नहीं हो पाते..

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला की पीर पंजाल रेंज के पास है. साच पास चंबा जिला के डलहौजी या चंबा शहर या फिर कांगड़ा के पठानकोट से पहुंचा जा सकता है. साच पास के लिए कठिन मार्ग होने की वजह से यहां पर रात को ड्राइंविंग से परहेज करना ही सही है.

साच पास की मुख्य शहरों से दूरी
चंबा- 127किमी
डलहौजी- 175किमी
पठानकोट- 246 किमी

कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और कम सुविधाओं के बावजूद साच पास में हर साल देश-विदेश से पर्यटकों की खूब आमद रहती है. अगर साच पास में बेसिक सुविधाएं बढ़ाई जाए तो बेशक यहां पर पर्यटकों की आमद बढ़ेगी.

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