चंबा : एचआरटीसी डिपो में चालकों और परिचालकों के रात्रि भत्ता और ओवरटाइम की जांच के दौरान रहस्यमई परिस्थितियों में लापता हुए कैशियर नरेंद्र कुमार का पांच दिन बाद भी पता नहीं चल पाया. कैशियर के परिजन और मोहल्ले के लोगों ने अधिकारियों से इस बारे में सारी जानकारी देकर तलाशी की गुहार लगाई है. इस मौके पर एसी टू डीसी रामप्रसाद को ज्ञापन सौंपा गया.
परिजनों ने एचआरटीसी प्रबंधन और पुलिस विभाग के इस दिशा में अभी तक सकारात्मक कदम नहीं उठाने की बात कही. लापता कैशियर नरेंद्र की पत्नी ने बताया कि रोज की तरह तरह ड्यूटी के लिए निकले थे, लेकिन घर वापस नहीं लौटे. दोपहर बाद उनके बदले एचआरटीसी का कर्मचारी उनके पास आया और उनके लापता होने की जानकारी दी. उसके बाद गुमशुदगी दर्ज कराई गई.
बता दें कि वीरवार को भी परिजनों और मोहल्ले के लोगों ने एचआरटीसी आरएम और कार्यालय का घेराव कर विरोध जताया था. लापता नरेंद्र के परिजनों ने एचआरटीसी प्रबंधन पर आरोप लगाया था कि घोटाले में जिस व्यक्ति के नाम के साथ परिवहन कर्मचारी संघ ने शिकायत की, उसने हाईकोर्ट में एफआईआर से पहले जमानत भी करवा ली. वह व्यक्ति दोषी होते हुए भी घर पर सुरक्षित है, जबकि बेकसूर नरेंद्र कुमार मानसिक परेशानी की वजह से अचानक लापता हो गया है.
जानकारी के मुताबिक कैशियर को 30 जून को सेवानिवृत होना था, लेकिन एक दिन पहले ही धांधली की शिकायत को लेकर जांच करने टीमें पुहंचकर रिकॉड खंगाल रही थी. उसी दौरान कैशियर नरेंद्र कुमार अचानक लापता हो गये. परिजनों और एचआरटीसी प्रबंधन ने नरेंद्र को तलाशने की कोशिश की लेकिन नरेंद्र कुमार का कहीं पता नहीं चला.
ये भी पढ़े :रियार्ड वन अधिकारी की FB आईडी हैक, मैसेज कर दोस्तों से मांगे पैसे