चंबा: जिला चंबा में हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि खरीफ की फसलों की बिजाई के लिए काफी बेहतर मानी जा रही है. जिला के किसान खेतों से गेहूं और अन्य रबी की फसलें इकट्ठा कर चुके हैं और ऐसे में खाली पड़े खेतों में अब मक्की, धान और अन्य फसलों की बिजाई की जानी है.
बिजाई के समय हुई बारिश से खेतों में उचित नमी हो गई है, जिसका लाभ उठाते हुए किसान अब खेतों को जुताई शुरू कर देंगे. अब किसान मक्की की फसल के साथ-साथ मटर और आलू की फसल की बिजाई भी करने वाले हैं. चंबा में कई इलाके ऐसे हैं जहां अदरक की भी बिजाई की जाती है. हिमाचल प्रदेश मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार अभी दो दिन और भारी बारिश व ओलावृष्टि की संभावना है.
जिला के किसानों का कहना है कि पहाड़ी इलाकों में इन दिनों मक्की की फसल की बिजाई के लिए कार्य शुरू कर दिया है और इसके लिए बारिश का होना बहुत जरूरी था. बारिश का फायदा उठाते हुए मक्की के साथ-साथ आलू और मटर की फसल की बिजाई भी की जाएगी.
इन फसलों की बिजाई तब हो पाती है जब खेतों में नमी होती है और शनिवार रात हुई बारिश से खेतों में उचित नमी हो चुकी है. चंबा जिला के भरमौर, सलोनी, तीसा और डलहौजी के पहाड़ी इलाकों में इन दिनों खरीफ की फसल की बिजाई का काम चल रहा है. बारिश होने के बाद किसानों ने राहत की सांस ली है.