चंबा: जिला में पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन की सिहुंता खंड इकाई ने विधायकों के यात्रा भत्ते को बढ़ाए जाने के फैसले पर कड़ी नाराजगी जताई है. खंड इकाई की मासिक बैठक में पेंशनरों और जनहित से जुड़ी विभिन्न मांगों व समस्याओं पर भी चर्चा की गई.
पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन का कहना है कि जब राष्ट्र-एक, एक संविधान और एक कानून सभी देशवासियों पर लागू है और कर्मचारियों व पेंशनरों के लिए वेतन आयोग वेतन व भत्ते निर्धारित करता है. ऐसे में देश के सांसद व प्रदेश के विधायक कैसे खुद तालियां बजाकर अपने वेतन व भत्ते बढ़ा लेते हैं.
बैठक में सांसदों व विधायकों के वेतन बढ़ाने के लिए अलग से वित्त आयोग का गठन करने को लेकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया. वक्ताओं ने 65 से 75 वर्ष की आयु पूरी कर चुके पेंशनरों की पेंशन में पांच से पंद्रह फीसदी की बढ़ोतरी कर मूल पेंशन में समायोजित करने की मांग उठाई.
वक्ताओं ने पेंशनरों के लंबित मेडिकल बिलों के भुगतान के लिए जल्द बजट का प्रावधान भी मांगा. इसके अलावा मेडिकल भत्ते को 400 रुपये मासिक से बढ़ाकर एक हजार रुपये करने की मांग भी उठाई.