चंबा: चंबा जिला में लोगो के स्वास्थ्य के लिए सरकार की ओर से दर्जनों योजनाएं चलाई जा रही हैं. इन योजनाओं पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहा हैं, लेकिन यहां के प्रशासन द्वारालोगों को इन स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है. इस कारण आम आदमियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अधिकतर मरीजों को सरकार की 'जननी शिशु सुरक्षा योजना' का लाभ नहीं मिल रहा हैं.
इस योजना के तहत करीब 1 साल की उम्र के बच्चे को सभी दवाइयों के साथ-साथ इलाज की सुविधाएं मुफ्त दी जाती हैं, लेकिन किसी भी मरीजों को इलाज और दवाइयां नहीं मिल पा रही हैं. मरीजों को बाजार से हजारों रुपए की दवाइयां खरीदनी पड़ रही हैं.
अस्पलात में आए मरीजों और परिजनों ने बताया कि उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त में दी जानी हैं, लेकिन उन्हें ना तो इलाज और ना ही मुफ्त दवाइयां मिल पा रही हैं. इस कारण मरीजों को बाहर से महंगे दाम देकर दवाइयां खरीदनी पड़ रही हैं. उन्होंने बताया कि उनके परिजन अस्पलात में दाखिल हैं और सरकार की ओर से 1 साल के बच्चे का दवाइयों के साथ- साथ निशुल्क इलाज किया जाना है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें पैसा खर्च कर सारा सामान बाहर से खरीदना पड़ रहा है.
परिजनों ने कहा कि अस्पलात प्रशासन की ओर से मुफ्त में इलाज की योजना के बड़े-बड़े बोर्ड लगाए गए हैं, लेकिन सुविधाएं ना मिलने पर योजनाएं बौनी साबित हो रही हैं. उन्होंने स्थानीय प्रशासन व सरकार से आग्रह किया है कि प्रशासन लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया नहीं करवा रहा है और अधिकारियों के पर प्रशासनिक कार्रवाई होनी चाहिए. इससे सरकार की मुफ्त सुविधाएं लोगों तक पहुंचाई जा सके.
वहीं दूसरी चंबा के एमएस डॉ. राजेश गुलेरी का कहना है कि मामला ध्यान में आया है. सरकार ने निर्धारित किया है कि यह सभी दवाइयां अस्पताल में मिलेंगी. वह दवाइयां विभाग को बाहर से क्यों ना खरीदनी पड़े, लेकिन इसके ऊपर पूरी जांच की जाएगी. इसके साथ ही अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि सभी दवाई हॉस्पिटल से मिलें.