चंबा: जिला चंबा के जनजातीय क्षेत्र भरमौर और पांगी के लोगों में हड्डी से संबंधित रोग (ऑस्टियोपोरोसिस) के मामले सामने आ रहे हैं. डब्ल्यूएचओ की हाल ही में आई रिपोर्ट के अनुसार, हार्ट डिजीज के बाद ऑस्टियोपोरोसिस विश्व की दूसरी सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली बीमारी है.
ये बीमारी पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा होती है, जो धीरे-धीरे चंबा के जनजातीय क्षेत्रों में भी फैल रही है. भरमौर और पांगी के लोगों में इस बीमारी के पीछे विटामिन डी की कमी मानी जा रही है. पांगी और भरमौर के क्षेत्रों में धूप कम निकलती है, जिससे लोग धूप के संपर्क में कम आते हैं. यही कारण है कि लोगों में ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी पाई जा रही है.
चंबा मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग ओपीडी में रोजाना 100 में से 30 मरीज ऐसे आते हैं, जो ऑस्टियोपोरोसिस रोग से ग्रस्त होते हैं. ऐसे मरीजों को विशेषज्ञ दवाई देने के साथ धूप में बैठने की भी सलाह देते हैं, जिससे उन्हें विटामीन 'डी' मिल सके. इसके साथ ही डॉक्टर लोगों को हरी सब्जियों का सेवन करने की सलाह दे रहे हैं. ये बीमारी मुस्लिम समुदाय की ऐसी महिलाओं में भी पाई जाती है, जो पूरा दिन भर बुरका पहनती हैं.
चंबा मेडिकल कॉलेज के एमएस डॉ. विनोद शर्मा का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम को भरमौर और पांगी के पहाड़ी इलाकों का रूख किया. बता दें कि ऑस्टियोपोरोसिस रोग में शरीर की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे शरीर के किसी भी हिस्से में फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है.