चंबा: पूरे प्रदेश में इस साल बरसात के मौसम में जगह-जगह भूस्खलन की वजह से काफी नुकसान हुआ है. कई लोगों ने अपने आशियाने खोए हैं और कई बेशकीमती जानें भूस्खलन की चपेट में आई हैं. चंबा जिला के करिंया क्षेत्र की बात करें तो यहां पर भूस्खलन की वजह से कई मकानों को अब खतरा बना हुआ है. पिछले कल यानि शनिवार को यहां एक मकान का एक हिस्सा भूस्खलन की चपेट में आ गया और सड़क के किनारे बने इस मकान का काफी हिस्सा भरभरा कर नीचे आ गिरा. गनीमत यह रही कि इस दरम्यान कोई भी व्यक्ति सड़क पर से नहीं गुजर रहा था, नहीं तो कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था.
भरभरा कर गिरा यह मकान यहां के स्थाई निवासी ओमप्रकाश का है. उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने से यहां पर एनएच की कटिंग का काम चल रहा है और इस कटिंग के कारण ही उनका मकान गिरा है. उन्होंने बताया कि एनएच का काम इतनी धीमी गति से चल रहा है कि जिस कारण यह नुकसान लोगों को उठाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि जो नुकसान हुआ है, उसकी जिम्मेदारी तो एनएच की ही बनती है. हम लोग तो यह चाहते हैं कि एनएच विभाग इस कार्य को जल्दी से करे ताकि आगे और कोई नुकसान न हो.
ओम प्रकाश का कहना है कि सड़क में निर्माण बरती जा रही सुस्त रवैये के चलते इस तरह का हादसा यहां हुआ है. उन्होंने कहा कि कई बार इसे लेकर मांग भी की, लेकिन कार्य पूर्ण नहीं होने के चलते मेरे घर को खतरा हो गया. हिमाचल प्रदेश में अकसर पहाड़ी इलाकों में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं. कहीं पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं, तो कहीं लैंडस्लाइड होने से हादसे पेश आ रहे हैं. फिलहाल चंबा में घर का एक हिस्सा जमींदोज होने से पीड़ित परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
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