चंबा: जिले में 24 घंटों के दौरान आसमान से चंबा-भरमौर एनएच पर तबाही बरसी है. बारिश से एनएच प्रबंधन का 343 लाख रुपयों का नुकसान आंकलन किया गया है. प्रभावित क्षेत्र के स्थानीय विधायक पवन नैय्यर और जिला प्रशासन मौके का दौरा कर राहत कार्य का जायजा लिया.
बता दें कि बुधवार को दिनभर यातायात ठप्प रहा. गुरुवार सुबह ही एनएच प्रबंधन ने बहाली को लेकर युद्ध स्तर पर कार्य शुरू कर दिया. इस दौरान एनएच पर दोपहर में हल्के वाहन चलने शुरू हो गए. लिहाजा शाम 4:30 बजे के करीब बड़े वाहनों की आवाजाही भी शुरू की गई.
सदर विधायक पवन नैय्यर ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मौके का दौरा किया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग को सामान्य बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने समयबद्ध कदम उठाए और यातायात सुचारू बनाए बनाने के लिए दक्षता के साथ कार्य सुनिश्चित किया जाए.
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वहीं, उपायुक्त चंबा विवेक भाटिया ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश के कारण जिले में राष्ट्रीय उच्च मार्ग को लगभग 343 लाख रुपये के नुकसान का आंकलन किया गया है. उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारियों ने जांघी पंचायत व अन्य स्थानों में बारिश के कारण हुए नुकसान का घटनास्थल पर जाकर जायजा लिया है और बहाली कार्य शीघ्रता से करने के निर्देश दिए गए हैं. डीसी ने बताया कि प्रभावित स्थानों में बारिश के कारण होने वाले नुकसान को रोकने के लिए दूरगामी योजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं.
वहीं, जांघी पंचायत में भारी बारिश से हुए नुकसान के बाद प्रशासन के प्रति लोगों में भारी रोष देखने को मिला. लोगों ने बताया कि ऊपर की ओर से एक नाला बहता है. लोगों का कहना है कि उन्होंने प्रशासन से मांग की थी कि यहां नाले में या तो क्रेट या फिर सुरक्षा दीवार लगाई जाए ताकि लोगों के घरों को बचाया जा सके. लोगों का कहना है कि अभी तक प्रशासन द्वारा यहां कोई भी सुरक्षित काम नहीं किया गया है और अब बारिश की वजह से यहां ये सब देखने को मिल रहा है. उन्होंने बताया की अभी भी अगर यहां कोई सुरक्षा का इंतजाम नहीं किया गया तो आने वाली बरसात में यहां और नुकसान हो सकता है.
तहसीलदार चंबा पवन ठाकुर ने बताया कि बुधवार को हुई भारी बारिश से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है और लोगों को जहां-जहां राहत की जरूरत है उन्हें फोरी राहत दी जा रही है. उन्होंने कहा कि इस गांव में नाले की वजह से पहले भी काफी नुकसान हुआ था. प्रशासन जल्द ही इसकी सुरक्षा के लिए कोई न कोई इंतजाम करेगा ताकि आने वाले समय में लोगों को किसी तरह का दिक्क्तों का सामना न करना पड़े.
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तहसलीदार ने बताया कि नाले में मलबा फेंकने की भी ग्रामीणों ने शिकायत दर्ज करवाई है. अगर जांच में ऐसा कुछ पाया जाता है तो निसंदेह कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. उन्होंने कहा कि आरंभिक तौर पर स्थानीय लोगों का 8 से 10 लाख के करीब नुकसान का आंकलन लगाया जा सकता है. फिलहाल, नुकसान का पूरा जायजा लेने के बाद ही पूरी तस्वीर साफ हो पाएगी.