चंबा: हिमाचल में जयराम सरकार के जनमंच की सार्थकता सही मायनों चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र भरमौर में आयोजित कार्यक्रम में रविवार को दिखी. भरमौर के दूरदराज के गांव में करीब तीन साल पहले प्राकृतिक आपदा से घर को नुक्सान पहुंचा था. पीड़ित सरकारी मदद के लिए जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की चौखट पर हाजिरी भर-भर कर थक चुका था. लिहाजा नुकसान की भरपाई के लिए यह शख्स सरकारी मदद की आस भी छोड़ चुका था. जयराम सरकार के जनमंच कार्यक्रम का पता चलने पर पीड़ित को आस जगी और स्वास्थ्य मंत्री की गंभीरता ने पीड़ित की सरकार से लगाई उम्मीदों को भी मूर्तरूप दे दिया और सही मायनों में कार्यक्रम की सार्थकता भी बता डाली.
दरअसल भरमौर के संधि गांव के रूमी राम की करीब तीन साल पहले मकान प्राकृतिक आपदा से क्षतिग्रस्त हो गया था और लाखों रूपयों का नुक्सान ग्रामीण को उठाना पड़ा. सरकार की ओर से आर्थिक सहायता के लिए रूमी राम ने मामला तैयार कर प्रशासन को भिजवाया, लेकिन इस पर गौर नहीं किया गया. लिहाजा करीब 3 वर्षों से वह सरकारी मदद की आस में कार्यालय की चक्कर काटता रहा.
इस बीच भरमौर में जयराम सरकार के जनमंच कार्यक्रम आयोजित होने की जानकारी मिली. जिस पर रूमी राम ने हड़सर में आयोजित प्री-जनमंच के दौरान प्रशासन के समक्ष मामले को रखा. सरकारी पेंच के चलते प्रशासन प्री जनमंच में मामले का निपटारा नहीं कर पाया. मामला जनमंच में पहुंचा और पीड़ित रूमी राम ने अपना दर्द स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार को सुनाया. जिस पर मंत्री ने मौके पर ही प्रशासन को आदेश जारी कर राहत प्रदान करने को कहा. एक घंटा 32 मिनट के भीतर मामले पर कारवाई करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कार्यक्रम के मंच पर रूमी राम को 101900 लाख रुपये की सहायता राशि का चेक प्रदान किया.
जनमंच के दौरान भरमौर में बारिश को दौर आरंभ होने पर मंत्री ने बारिश के बीच समस्याएं सुनी. इस दौरान भरमौर कालेज के भवन निर्माण का मामला स्थानीय लोगों ने उठाया. अस्पताल के साथ बने हैलीपैड से हवाई उड्डानें होने से पेश आने वाली दिक्कत को भी मंत्री के समक्ष रखा. जिस पर मंत्री ने लोगों को गंभीरता के साथ इन मुद्दों पर कारवाई करने का भरोसा दिलाया है.
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