चंबा: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला में देर रात हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि से बागवानों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है. चंबा जिला के पहाड़ी इलाकों देर रात से लगातार भारी बारिश और ओलावृष्टि होने से सेब के बगीचों को काफी नुकसान हुआ है. जिसके चलते बागवान काफी परेशान हो गए हैं. बता दें कि इस बार पहाड़ी इलाकों में बेहतर फसल सेब के बगीचे में लगी थी, लेकिन भारी बारिश और ओलावृष्टि ने बागवानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
सेब की क्वालिटी हो रही डाउन
अक्सर पहाड़ी इलाकों में बागवान लोग सेब के बगीचे में अधिक मेहनत करते हैं. लेकिन उसके बावजूद भी अप्रैल और मई महीने में भारी बारिश और ओलावृष्टि होने से इस तरह के हालात पैदा हो जाते हैं.जिसके चलते बागवानों को परेशानी झेलनी पड़ती है.
हालांकि मई महीने के पहले ही सप्ताह से पहाड़ी इलाकों में जमकर भारी बारिश होने से दिक्कतें बढ़ी है. तो वहीं दूसरी और ओलावृष्टि ने बागवानों को परेशानी में डाल दिया है. सेब के बगीचे में कुछ छोटे छोटे सेब टूट कर गिर गए हैं और अधिकतर बगीचों में सेब के पौधे दागी हो गए हैं. जिसके चलते आने वाले समय में सेब की क्वालिटी खराब हो रही है. इन दागी सेबों की अक्सर बाजार में कीमत भी ना के बराबर होती है.
बागवान कर रहे सरकार सहायता की मांग
पहाड़ी इलाकों में सेब की बेहतर फसल होती है जिस पर अधिकतर बागवान निर्भर रहते हैं.ओलावृष्टि से बगीचों में हुए नुकसान चलते बागवानों को अब अपने परिवार की आर्थिकि कि चिंता सताने लगी है. इन्हीं सेब के बगीचों से बागवान लोगों का परिवार चलता है और बागवानों ने सरकार से मांग करते हुए कहा है कि उनकी आर्थिक रूप से सहायता की जाए.
ये भी पढ़ें: राजधानी शिमला में CM जयराम ने कोरोना कर्फ्यू की स्थिति का लिया जायजा, दुकानदारों से की चर्चा